Rajasthan Final Year Examinations 2020: सीएम अशोक गहलोत ने किया ऐलान, ऑफलाइन मोड में होंगी फाइनल ईयर की परीक्षाएं

Rajasthan Final Year Examinations 2020राजस्थान सरकार ने ऐलान कर दिया है कि फाइनल ईयर/ अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं का आयोजन ऑफलाइन मोड में किया जाएगा।

By Nandini DubeyEdited By: Publish:Sat, 12 Sep 2020 04:22 PM (IST) Updated:Sat, 12 Sep 2020 06:39 PM (IST)
Rajasthan Final Year Examinations 2020: सीएम अशोक गहलोत ने किया ऐलान, ऑफलाइन मोड में होंगी फाइनल ईयर की परीक्षाएं
Rajasthan Final Year Examinations 2020: सीएम अशोक गहलोत ने किया ऐलान, ऑफलाइन मोड में होंगी फाइनल ईयर की परीक्षाएं

Rajasthan Final Year Examinations 2020: राजस्थान सरकार ने ऐलान कर दिया है कि फाइनल ईयर/ अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं का आयोजन ऑफलाइन मोड में किया जाएगा। इस संबंध में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने टि्वटर पर जानकारी दी है। सीएम ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘ प्रदेश में विश्वविद्यालयों,महाविद्यालयों की अंतिम वर्ष,अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं का आयोजन सुप्रीम कोर्ट व यूजीसी की गाइडलाइंस के अनुसरण में पूर्व की भांति ऑफलाइन करवाया जाएगा,ताकि इन परीक्षाओं की विश्वसनीयता बनी रहे,जारी की जाने वाली डिग्रियों की वैधानिकता पर प्रश्न चिन्ह न लगे। यह फैसला हाल ही में सीएम निवास पर हुई उच्च स्तरीय बैठक में किया गया।

प्रदेश में विश्वविद्यालयों,महाविद्यालयों की अंतिम वर्ष,अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं का आयोजन सुप्रीम कोर्ट व यूजीसी की गाइडलाइंस के अनुसरण में पूर्व की भांति ऑफलाइन करवाया जाएगा,ताकि इन परीक्षाओं की विश्वसनीयता बनी रहे,जारी की जाने वाली डिग्रियों की वैधानिकता पर प्रश्न चिन्ह न लगे— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 11, 2020

इसके अलावा सीएम ने उच्च शिक्षा विभाग इस संबंध में विस्तृत गाइडलाइन जारी करने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार ने यह भी घोषणा की है कि उन छात्रों के लिए विशेष परीक्षा आयोजित की जाएगी, जो महामारी के बीच परीक्षा में उपस्थित नहीं हो सकते हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स के लिए विशेष परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके अलावा कोविड- 19 संक्रमण के दौरान परीक्षा आयोजित करने के लिए यूनिवर्सिटी द्धारा सख्त इंतजाम अपनाए जाएंगे।

हालांकि इस साल की शुरुआत में राजस्थान की सरकार ने राज्य में बढ़ रहे कोविड-19 महामारी के बढ़ते केसेज को देखते हुए सभी विश्वविद्यालय परीक्षाओं को रद्द कर दिया था। यह फैसला लिया गया कि सभी छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर बिना परीक्षा के पदोन्नत किया जाएगा।

लेकिन इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के अनुसार यह निर्देश दिया गया था कि कोई भी राज्य सरकार इस वर्ष अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए परीक्षाओं को रद्द नहीं कर सकती है। यूजीसी द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार परीक्षा का संचालन सभी विश्वविद्यालयों में किया जाएगा। सिर्फ परीक्षाओं के आधार पर ही स्टूडेंट्स को अगली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा। इसके बाद ही राज्य सरकार ने ऐलान कर दिया है कि फाइनल ईयर की परीक्षाएं कराई जाएंगी और वह भी ऑफलाइन मोड में एग्जाम होंगे।

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