ऑनलाइन वीडियो गेमिंग को बनाएं कमाई का जरिया, गेमर्स की तेजी से बढ़ रही डिमांड
ऑनलाइन गेमिंग को इतनी बड़ी तादाद में पसंद करने की वजह से यह बेहतर करियर विकल्प भी बनता जा रहा है जहां गेमर और गेम डिजाइनर बनकर अच्छी कमाई की जा सकती है।
नई दिल्ली, जेएनएन। स्मार्टफोन और इंटरनेट डाटा के सस्ते होने से ऑनलाइन वीडियो गेमिंग का बाजार दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहा है। युवाओं, किशोरों की गेमिंग के प्रति बढ़ती दीवानगी को देखते हुए अगले पांच साल के दौरान दुनियाभर के साथ-साथ देश में इसका बाजार कई गुना बढ़ने की उम्मीद है। ऑनलाइन गेमिंग को इतनी बड़ी तादाद में पसंद करने की वजह से यह बेहतर करियर विकल्प भी बनता जा रहा है, जहां गेमर और गेम डिजाइनर बनकर अच्छी कमाई की जा सकती है...
हाल के दिनों में इंटरनेट के माध्यम से खेली जाने वाली गेम पबजी को लेकर युवाओं, किशारों के बीच खूब क्रेज देखा गया। अभी भी युवा अपना अधिकांश समय इस गेम में बिताना पसंद करते हैं, जिसे मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर पर बड़ी आसानी से खेला जा सकता है। महानगरों से लेकर छोटे शहरों तक में आजकल इस तरह के ऑनलाइन मोबाइल गेम काफी पसंद किए जा रहे हैं, जो ऑनलाइन प्लेटफॉम्र्स पर आसानी से उपलब्ध भी हैं।
दरअसल, पहले इस तरह के ज्यादातर हाई एंड वीडियो गेम्स कंसोल से खेला जाता था, जो हजारों रुपये में आते थे, लेकिन अब क्लाउड गेमिंग का जमाना है, जहां नेटफ्लिक्स की तरह हर महीने कुछ फीस चुकाकर अपना मनचाहा गेम खेल सकते हैं। ये वीडियो गेम्स दमदार ग्राफिक्स और साउंड क्वालिटी के साथ आते हैं और आपको गेमिंग वर्ल्ड की एक अलग दुनिया का अनुभव कराते हैं। सबसे अच्छी बात है कि इस तरह के कंसोल क्वालिटी के वीडियो गेम्स का लुत्फ वेब ब्राउजर या स्मार्टफोन पर लिया जा सकता है। क्लाउड गेमिंग की लोकप्रियता को देखते हुए अब गूगल भी इस फील्ड में आ गया है।
गूगल ने हाल में ‘स्टेडिया’ नाम से गेमिंग सर्विस प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है। दूसरी ओर गेमिंग के बढ़ते बाजार को देखते हुए आप मोबाइल गेम्स को अपने करियर का हिस्सा बनाकर अच्छी-खासी कमाई भी कर सकते हैं। केपीएमजी की एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2023 तक 22 फीसदी की वार्षिक वृद्धि दर के साथ बढ़ते हुए यह मार्केट 11,900 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है। जाहिर है आने वाले दिनों में ऑनलाइन गेमिंग मार्केट में सुनहरे भविष्य की काफी संभावनाएं हैं।
तेजी से बढ़ता बाजार
माना जा रहा है कि स्मार्टफोन के किफायती होने के साथ देश के हर हिस्से में इंटरनेट की पहुंच बढ़ने और इसकी कीमत घटने से मोबाइल गेमिंग बाजार में काफी तेजी आई है।
केपीएमजी रिपोर्ट की मानें, तो वित्त वर्ष 2014 में ऑनलाइन गेमिंग उद्योग का आकार महज 2 हजार करोड़ रुपये का था, जो अभी दो गुना बढ़कर करीब 5 हजार करोड़ रुपये के आसपास है। विशेषज्ञों का मानना है कि 5जी नेटवर्क का विस्तार होने के बाद वीडियो गेम्स का मार्केट और बढ़ेगा, क्योंकि इससे हाई डेफिनिशन वीडियो गेम डाउनलोड करने में कुछ ही सेकंड्स का वक्त लगेगा। साथ ही 5जी की मदद से ये वीडियो गेम्स और ज्यादा फास्ट चलेंगे।
रोजगार की संभावनाएं
पिछले कुछ सालों से मार्केट में अच्छे गेम डेवलपर की लगातार डिमांड बनी हुई है। इस क्षेत्र में जावा, 2डी गेम डेवलपर, 3डी डेवलपमेंट के एक्सपर्ट की सबसे ज्यादा जरूरत देखी जा रही है।
दुनियाभर में फैली इन गेमिंग कंपनियों में गेम प्रोड्यूसर, गेम डिजाइनर, एनिमेटर, ऑडियो प्रोग्रामर, कंटेंट राइटर या फिर ग्राफिक प्रोग्रामर के रूप में अपने लिए जॉब तलाश सकते हैं। गेम प्रोड्यूसर के लिए डिजाइनिंग की जानकारी के अलावा, 3-डी मॉड्यूलिंग और 2-डी सॉफ्टवेयर की नॉलेज जरूरी है, वहीं ऑडियो इंजीनियर के लिए साउंड इंजीनियरिंग के अलावा अन्य लैंग्वेज की जानकारी आवश्यक है। इसी तरह, गेम डिजाइनर को टेक्नोलॉजी की जानकारी होने के साथ-साथ आर्टिस्टिक विजन की भी जरूरत होती है।
शैक्षिक योग्यता
आजकल कई संस्थान वीडियो गेमिंग में डिप्लोमा या एडवांस डिप्लोमा जैसे प्रोग्राम ऑफर कर रहे हैं। गेम डिजाइनर बनने के लिए साइंस स्ट्रीम के साथ 12वीं होना आवश्यक है। इसी के बाद यह कोर्स किया जा सकता है। इसके लिए कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर की अच्छी जानकारी होनी चाहिए।
आकर्षक सैलरी
गेमिंग इंडस्ट्री में इन दिनों 50 हजार रुपये से 75 रुपये तक शुरुआती वेतन मिल रहा है। अपना कोई नया गेम बनाकर आप लाखों कमा सकते हैं।
प्रमुख संस्थान
एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, दिल्ली
वेबसाइट- https://apeejay.edu
बैकस्टेज पास इंस्टीट्यूट ऑफ गेमिंग ऐंड टेक्नोलॉजी, हैदराबाद
वेबसाइट- http://www.backstagepass.co.in
एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ गेमिंग ऐंड एनिमेशन, बेंगलुरु
वेबसाइट- http://asianinstituteofdesign.in
आइआइएफए मल्टीमीडिया, बेंगलुरु
वेबसाइट- https://iifamultimedia.in