पूर्व आइएएस कन्नन गोपीनाथन को पुणे यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी में जाने से रोका

Kannan Gopinathan. गोपीनाथन ने कहा कि पुणे विश्वविद्यालय के छात्रों ने मुझे जयकर लाइब्रेरी बुलाया था।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Wed, 25 Sep 2019 06:55 PM (IST) Updated:Wed, 25 Sep 2019 06:55 PM (IST)
पूर्व आइएएस कन्नन गोपीनाथन को पुणे यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी में जाने से रोका
पूर्व आइएएस कन्नन गोपीनाथन को पुणे यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी में जाने से रोका

पुणे, प्रेट्र। आइएएस से इस्तीफा देने वाले कन्नन गोपीनाथन को सोमवार को पुणे स्थित सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में नहीं घुसने दिया गया। हालांकि जयकर नॉलेज रिसोर्स सेंटर के लाइब्रेरी अधिकारियों ने सफाई दी है कि उनसे प्रवेश के संबंध में आवेदन मांगा गया था और इस संबंध में संस्थान उचित प्रक्रिया का पालन कर रहा था। बता दें कि कन्नन ने पिछले महीने जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा दे दिया था।

गोपीनाथन ने ट्वीट करके घटनाक्रम की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पुणे विश्वविद्यालय के छात्रों ने मुझे जयकर लाइब्रेरी बुलाया था और कहा था कि वहां पर बहुत सारे छात्र संघ लोक सेवा आयोग की तैयारी कर रहे हैं और उनसे मिलना चाहते हैं। हालांकि जब लाइब्रेरियन को पता चला कि मैं कौन हूं तो उन्होंने पुस्तकालय में प्रवेश के संबंध में मुझसे आवेदन मांगा। इसको लेकर छात्रों और लाइब्रेरी इंचार्ज के बीच बहस होने लगी। थोड़ी देर बहस के बाद मैंने स्वयं लाइब्रेरी जाने की इच्छा त्याग दी। बाद में विश्वविद्यालय की एक कैंटीन में मैं छात्रों से रूबरू हुआ।

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