Maharashtra Political Crisis: कौन हैं एकनाथ शिंदे? जिन्होंने महाराष्ट्र की राजनीति में ला दिया भूचाल और पलट दी सत्ता

Eknath Shinde शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के पास शिवसेना के दो तिहाई विधायकों का समर्थन है। वह अब अपने गुट के साथ महाराष्ट्र में दूसरी सरकार बनाएंगे। शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने विधानसभा में बहुमत खोने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।

By Geetarjun GautamEdited By: Publish:Thu, 30 Jun 2022 01:53 AM (IST) Updated:Thu, 30 Jun 2022 06:23 AM (IST)
Maharashtra Political Crisis: कौन हैं एकनाथ शिंदे? जिन्होंने महाराष्ट्र की राजनीति में ला दिया भूचाल और पलट दी सत्ता
कौन हैं एकनाथ शिंदे? जिन्होंने महाराष्ट्र की राजनीति में ला दिया भूचाल

नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क। Maharashtra Political Crisis शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे के बागी होने के बाद महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की सरकार गिर गई। उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से 29 को इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राजभवन जाकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को अपना इस्तीफा सौंपा।

महाराष्ट्र में आए राजनीतिक संकट (Maharashtra Political Crisis) के पीछे एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) का बागी होना सबसे बड़ी वजह सामने आई है। उनके पास शिवसेना के दो तिहाई विधायकों का समर्थन है। वह करीब एक सप्ताह पहले दो तिहाई शिवसेना के विधायकों से सात गुजरात के सूरत जा पहुंचे। उसके बाद वो भाजपा शासित राज्य असम की राजधानी गुवाहटी विधायकों के साथ पहुंच गए थे।

उसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल मच गई थी। महा विकाश अघाड़ी गठबंधन (शिवसेना+NCP+कांग्रेस) सरकार के पास सदन में जितने विधायकों का समर्थन चाहिए होता है, वह नहीं था।

महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सदस्यों की संख्या है, बहुमत के लिए 145 विधायकों की जरूरत होती है। जिसमें रांकपा के पास 53 विधायक, कांग्रेस के पास 44 विधायक और शिवसेना के पास 56 विधायक थे। शिंदे का दावा है, उनके पास शिवसेना के दो तिहाई विधायकों का समर्थन है। जिसके बाद महा विकास अघाड़ी के पास बहुमत नहीं बचा। सुप्रीम कोर्ट के 30 जून को फ्लोर टेस्ट के आदेश के पहले ही उद्धव ठाकर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। शिंदे गुट अब वह भाजपा के साथ सरकार बना सकता है।

महा विकास अघाड़ी सरकार में थे नगरविकास मंत्री

9 फरवरी 1964 को जन्मे एकनाथ महा विकास अघाड़ी सरकार में महाराष्ट्र के नगरविकास मंत्री थे। शिवसेना में शुरुआत से ही शामिल एकनाथ शिंदे वर्तमान में ठाणे की पछपाखडी विधानसभा सीट से विधायक हैं। महाराष्ट्र विधान सभा में लगातार चार बार साल 2004, 2009, 2014 और 2019 में एकनाथ शिंदे निर्वाचित हुए हैं।

1980 के दशक में शिवसेना में एंट्री

एकनाथ शिंदे 1980 के दशक में शिवसेना सुप्रीमो बालासाहेब ठाकरे के प्रभाव में आकर शिवसेना में शामिल हुए थे। इसके बाद उन्हें किसान नगर का शाखा प्रमुख नियुक्त किया गया। तभी से वह पार्टी के सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों में सबसे आगे रहते थे।

जब पहली बार बने विधायक

एकनाथ शिंदे साल 2004 में ठाणे विधानसभा से चुनाव लड़ा था और भारी बहुमत से जीत हासिल की थी। इससे पहले वो साल 1997 में उन्हें शिवसेना ने ठाणे नगर निगम चुनाव में पार्षद का टिकट दिया था और जीत दर्ज की। 2001 में वह ठाणे नगर निगम में सदन के नेता के रूप में चुने गए और 2004 तक इस पद पर बने रहे थे।

2014 में चुने गए विधायक दल के नेता

साल 2005 में शिवसेना ठाणे जिला प्रमुख के प्रतिष्ठित पद पर एकनाथ शिंदे को नियुक्त किया गया था। इसके बाद उन्होंने साल 2009, 2014 और 2019 के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल किए। साल 2014 के चुनावों के बाद एकनाथ शिंदे को शिवसेना के विधायक दल के नेता और बाद में महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में चुना गया। इसके बाद राज्य सरकार में शामिल होने के बाद शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को लोक निर्माण विभाग (सार्वजनिक उपक्रम) मंत्री के रूप में शपथ ली। इसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाली।

सतारा जिले के पहाड़ी जवाली तालुका से आने वाले एकनाथ शिंदे ने ठाणे शहर में आने के बाद 11वीं कक्षा तक मंगला हाई स्कूल और जूनियर कालेज, ठाणे से पढ़ाई की। इसमें गौर करने वाली बात है कि लोकसभा चुनाव हो या निकाय चुनाव में हमेशा शिंदे के उम्मीदवार की ही जीत हुई है। शिवसेना के ही टिकट पर एकनाथ के बेटे श्रीकांत शिंदे भी कल्याण सीट से सांसद हैं। अक्टूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक महाराष्ट्र विधानसभा में वे विपक्ष के नेता रहे। 2014 में ही महाराष्ट्र राज्य सरकार में PWD के कैबिनेट मंत्री के रूप में नियुक्त हुए। 2019 में कैबिनेट मंत्री सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री (महाराष्ट्र सरकार) का पद मिला।

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