Maharashtra: उद्धव ठाकरे के करीबी अनिल परब पर फिर लगे संगीन आरोप

Maharashtra महाराष्ट्र के मंत्री अनिल परब को मुख्यमंत्री व शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का करीबी माना जाता है। राज्य में कांग्रेस-राकांपा-शिवसेना की गठबंधन सरकार बनवाने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 31 May 2021 07:07 PM (IST) Updated:Mon, 31 May 2021 07:07 PM (IST)
Maharashtra: उद्धव ठाकरे के करीबी अनिल परब पर फिर लगे संगीन आरोप
उद्धव ठाकरे के करीबी अनिल परब पर फिर लगे संगीन आरोप। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र के मंत्री अनिल परब फिर गंभीर आरोपों में फंसते दिखाई दे रहे हैं। नासिक आरटीओ के एक अधिकारी ने नासिक पुलिस को पत्र लिखकर परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार होने व इसमें परिवहन मंत्री अनिल परब के शामिल होने की शिकायत की है। शिवसेना के विधान परिषद सदस्य अनिल परब महाविकास अघाड़ी सरकार में परिवहन व संसदीय कार्य मंत्री हैं। उन्हें मुख्यमंत्री व शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का करीबी माना जाता है। राज्य में कांग्रेस-राकांपा-शिवसेना की गठबंधन सरकार बनवाने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। अब उन पर उन्हीं के विभाग के एक अधिकारी ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। रीजनल ट्रांसपोर्ट आफिस (आरटीओ) नासिक के एक अधिकारी गजेंद्र पाटिल ने परिवहन विभाग में बड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।

उन्होंने यह भ्रष्टाचार परिवहन मंत्री अनिल परब की जानकारी में होने की आशंका भी जताई है। गजेंद्र द्वारा नासिक पुलिस को लिखी गई चिट्ठी के अनुसार विभाग में ट्रांस्फर-पोस्टिंग से लेकर, बॉर्डर चेकपोस्ट पर नियुक्तियों एवं बीएस-4 वाहनों के अवैध पंजीकरण तक में भ्रष्टाचार हो रहा है। नासिक के पुलिस आयुक्त दीपक पांडे ने इस चिट्ठी पर प्राथमिक जांच के आदेश दे दिए हैं। यह जांच पुलिस उपायुक्त स्तर के अधिकारी की देखरेख में की जाएगी। जबकि अनिल परब ने एक बयान में इन आरोपों को निराधार बताया है। परब पर लगे आरोपों पर नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि नासिक पुलिस द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। हम निगाह रख रहे हैं। सही समय पर हस्तक्षेप करेंगे।

कुछ ही महीने पहले अनिल परब पर मुंबई पुलिस से बर्खास्त किए जा चुके एपीआई सचिन वाझे ने भी गंभीर आरोप लगाए थे। उसने एनआईए कोर्ट को लिए अपने पत्र में कहा था कि परब ने उसे अपने सरकारी आवास पर बुलाकर सैफुद्दीन बुरहानी अपलिफ्टमेंट ट्रस्ट (एसबीयूटी) द्वारा किए जा रहे कामों में कमियां ढूंढने एवं उसके न्यासियों को अपने पास ले आने का निर्देश दिया था। इसके अलावा परब पर उसने प्रतिमाह 50 करोड़ रुपयों की वसूली का निर्देश देने की बात भी कही थी। वाझे ने इसी चिट्ठी में पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख द्वारा 100 करोड़ रुपये की वसूली का निर्देश देने का आरोप भी लगाया था।

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