Maharashtra: उद्धव ठाकरे ने संभाजी ब्रिगेड के साथ गठबंधन का किया एलान
Maharashtra शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मराठा संगठन संभाजी ब्रिगेड के साथ पार्टी के गठबंधन की घोषणा की। उद्धव ठाकरे ने कहा कि संभाजी ब्रिगेड के साथ गठजोड़ वैचारिक है और इसे संविधान और क्षेत्रीय गौरव को बनाए रखने के लिए किया गया है।
मुंबई, एजेंसी। Maharashtra News: महाराष्ट्र में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने मराठा संगठन संभाजी ब्रिगेड (Sambhaji Brigade) के साथ पार्टी के गठबंधन की घोषणा की। यह तब हुआ है, जब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के विद्रोह और महाराष्ट्र में सत्ता जाने के बाद के प्रभाव से जूझ रही है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि संभाजी ब्रिगेड के साथ गठजोड़ वैचारिक है और इसे संविधान और क्षेत्रीय गौरव को बनाए रखने के लिए किया गया है।
महाराष्ट्र का करेंगे दौरा
उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा का पालन नहीं करने के लिए भाजपा की आलोचना की और कहा कि संभाजी ब्रिगेड में विचारधारा के लिए लड़ने वाले लोग शामिल हैं। ठाकरे ने इस आरोप से भी इन्कार किया कि उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को 'कान्ट्रैक्ट सीएम' कहा था। शिवसेना प्रमुख ने कहा कि वह दशहरे के आसपास राज्य का दौरा करेंगे और वर्तमान में संगठन के निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
क्षेत्रीय गौरव बचाने के लिए आए साथ
उद्धव ठाकरे ने कहा कि पिछले दो महीनों में कई दलों ने उनसे संपर्क किया था, जिनका शिवसेना के साथ वैचारिक संबंध था और यहां तक कि उन्होंने भी संपर्क किया था, जो इसके धुर विरोधी थे। उन्होंने कहा कि ये पार्टियां क्षेत्रीय गौरव और क्षेत्रीय दलों को बचाने के लिए एक साथ आना चाहती हैं। संभाजी ब्रिगेड के प्रमुख मनोज आखरे ने कहा कि संगठन ने 2016 में अपनी राजनीतिक शाखा बनाई थी। दोनों दलों ने एक साथ आने और निर्बाध कामकाज के लिए एक समन्वय समिति बनाने का फैसला किया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के तंज का जवाब देते हुए कहा था हां मैं ठेके पर मुख्यमंत्री हूं। लेकिन मैं जनता के विकास का ठेका लेनेवाला मुख्यमंत्री हूं। दूसरी ओर, महाराष्ट्र विधान भवन परिसर में शिंदे गुट के विधायक गुरुवार को भी आक्रामक नजर आए। ये विधायक आदित्य ठाकरे पर निशाना साधते दिखे।शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने एक भाषण में ठेके पर काम करने वाले बिजली कर्मचारियों की समस्या पर कहा था कि इनकी समस्याएं वह मुख्यमंत्री क्या सुलझाएगा, जो खुद ही ठेके पर हो। उसे तो यह भी पता नहीं कि वह कब तक मुख्यमंत्री है।