Bandra: शरद पवार बोले, बांद्रा की घटना चिंताजनक

Sharad Pawar. शरद पवार ने कहा कि सभी को लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करना चाहिए। सभी लोग कोरोना का सामने करने के लिए सरकार का सहयोग करें।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 15 Apr 2020 02:39 PM (IST) Updated:Wed, 15 Apr 2020 02:39 PM (IST)
Bandra: शरद पवार बोले, बांद्रा की घटना चिंताजनक
Bandra: शरद पवार बोले, बांद्रा की घटना चिंताजनक

मुंबई, प्रेट्र। Sharad Pawar. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को कहा  कि बांद्रा रेलवे स्टेशन की घटना चिंताजनक है। उनके मुताबिक, यह घटना सोशल मीडिया पर गुमराह करने वाली पोस्ट डालने से हुई है। हम सभी को इस तरह की भ्रमित करने वाली पोस्ट डालने से बचना चाहिए।

उनके मुताबिक, इस समय देश के कई नेता सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी में लगे हैं। यह समय राजनीतिक करने का नहीं है। इस समय सबका लक्ष्य कोरोना को पराजित करना होना चाहिए। सभी को लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करना चाहिए। सभी लोग कोरोना का सामने करने के लिए सरकार का सहयोग करें।

गौरतलब है कि बांद्रा में लॉकडाउन तोड़कर अचानक इकट्ठा हुए प्रवासी कामगारों के मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है।

शिवसेना के युवा नेता और राज्य सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने एक के बाद एक ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार को लॉकडाउन बढ़ाने का निर्णय करने से पहले प्रवासियों को उनके घर पहुंचाने का प्रबंध करना चाहिए था। महाराष्ट्र में छह लाख लोग शेल्टर होम में रह रहे हैं। हमने केंद्र से कई बार उन्हें ट्रेन से उनके घर भेजने का आग्रह किया था।

वहीं, भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने इस स्थिति के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने बांद्रा की घटना को अत्यंत गंभीर बताते हुए कहा कि बांद्रा में जो कुछ हुआ उसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है। यह मन को व्यथित करने वाला है। अन्य राज्यों के प्रवासियों के लिए भोजन एवं अन्य सुविधाओं की व्यवस्था करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।

भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने भी प्रदेश सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि क्या ठाकरे सरकार बताएगी कि कैसे बांद्रा में इतने लोग इकट्ठे हो गए? धारा 144 लागू होने के बावजूद इतने लोग एक जगह कैसे इकट्ठा हो सकते थे? लॉकडाउन शुरू होने के बाद से बांद्रा पुलिस एक स्थान पर चार लोगों को इकट्ठा नहीं होने दे रही थी तो यह कैसे हो गया?

वहीं, विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि किसी की भावनाएं भड़काकर कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश सहन नहीं की जाएगी।

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