Coronavirus: महाराष्ट्र सरकार ने बनायी कोरोना से बचाव की रणनीति, आंशिक लॉक डाउन की तैयारी

Coronavirus कोरोना से बचाव के लिए महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई में आंशिक लॉक डाउनलोड की तैयारी कर ली है कार्यालयों में भी 50 प्रतिशत कर्मचारी रहेंगे मौजूद।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Thu, 19 Mar 2020 10:08 AM (IST) Updated:Thu, 19 Mar 2020 10:08 AM (IST)
Coronavirus: महाराष्ट्र सरकार ने बनायी कोरोना से बचाव की रणनीति, आंशिक लॉक डाउन की तैयारी
Coronavirus: महाराष्ट्र सरकार ने बनायी कोरोना से बचाव की रणनीति, आंशिक लॉक डाउन की तैयारी

मुंबई, राज्य ब्यूरो  महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना (Coronavirus) से बचाव की रणनीति के तहत मुंबई में आंशिक लॉक डाउन की तैयारी कर ली है। बुधवार को पुणे में एक कोविड-19 से पीड़ित एक व्यक्ति और पाए जाने से पुणे में मरीजों की संख्या 19 एवं राज्य में कुल संख्या 47हो गई है।

महाराष्ट्र सरकार ने सरकारी कार्यालयों में 50 फीसद कर्मचारियों के साथ कामकाज जारी रखने की योजना बनाई है, तो मुंबई में भीड़भाड़ रोकने के लिए कुछ दुकानें सुबह तो कुछ दोपहर बाद खोलने का निर्णय किया गया है। मॉल, पब, मंदिर इत्यादि 31 मार्च तक बंद ऱखने का निर्णय पहले ही किया जा चुका है। मुंबई की जीवन रेखा समझी जाने वाली लोकल ट्रेनों एवं बेस्ट की बसों को भी आधी क्षमता के साथ चलाने का प्रयास किया जाएगा।

 मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दी थी चेतावनी

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को ही चेतावनी दी थी कि यदि लोकल ट्रेनों में भीड़भाड़ कम न हुई तो सरकार को उसे बंद करने पर बाध्य होना पड़ सकता है। उन्हें कल ही सिर्फ अत्यावश्यक वस्तुओं की दुकानें खुली रखने एवं आभूषण व कपड़े आदि की दुकानें बंद रखने की भी अपील की थी।

 कार्यालय आने वाले कर्मचारियाें की घटी संख्‍या

सरकार के निर्देशानुसार निजी क्षेत्र की ज्यादातर कंपनियों ने अपने कार्यालय आने वाले कर्मचारियों की संख्या घटा दी है। आईटी सेक्टर की कंपनियां पहले से वर्क फ्रॉम होम की पद्धति अपनाती रही हैं। अब कोरोना के कारण बिगड़ती स्थिति को देखते हुए निजी एवं सहकारी क्षेत्र के बैंकों ने भी अपने कुछ कर्मचारियों को घर से काम करने को कह दिया है। 

 पुणे में तीन दिन दुकानें बंद रखना का निर्णय

पुणे में दो दिन पहले ही व्यापारी संगठन ने पुणे की सभी दुकानें तीन दिन के लिए बंद रखने का निर्णय किया। क्योंकि पुणे एवं उसके उपनगर पिंपरी-चिंचवण में कोरोना के सर्वाधिक मरीज पाए गए हैं। मुंबई में आज नागरिक आपूर्ति मंत्री राजेंद्र शिंगणे ने स्वयं कुछ इलाकों में दवा की दुकानों का दौरा करके मास्क, हैंडवाश एवं सैनेटाइजर इत्यादि की उपलब्धता जांचने की कोशिश की। जबकि स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने पुणे में स्थिति का जायजा लिया। टोपे ने बताया कि नीदरलैंड से कोरोना पीड़ित एक महिला के पुणे आने से राज्य में कोरोना पीड़ित मरीजों की कुल संख्या 42 हो गई है। 

 महाराष्ट्र में कोरोना पीड़ित

स्वास्थ्य मंत्री द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र में 18 जनवरी के बाद से कोरोना पीड़ित देशों से 1,227 लोग आए हैं। जिनमें से 958 को अलग-अलग स्थानों पर एकांत कक्षों में भरती किया गया। इनमें से 865 के नमूने नकारात्मक पाए गए हैं। सिर्फ 42 लोगों के नमूने सकारात्मक पाए गए हैं। जिनका इलाज किया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा जारी निर्देशानुसार विदेश से लौटे उक्त 1,227 प्रवासियों में से 442 का 14 दिन का एकांतवास पूरा हो चुका है। 

पश्चिम रेलवे ने उतारे चार यात्री 

मुंबई विमानतल पर जर्मनी से पहुंचे चार यात्रियों को आज उस समय परेशानी का सामना करना पड़ा, जब वे गरीब रथ ट्रेन से सूरत स्थित अपने घर की ओर जा रहे थे। मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस विमानतल पर इन दिनों विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है। सामान्य पाए जाने वाले यात्रियों के भी बाएं हाथ पर एक मुहर लगाकर उन्हें 14 दिन घर पर ही रहने की सलाह दी जाती है। बुधवार सुबह पांच बजे मुंबई के टर्मिनस-2 पर उतरने के बाद ऐसी ही मुहर इन यात्रियों के हाथ पर भी लगाई गई थी। जिसे देख गरीब रथ ट्रेन में उनके सहयात्रियों ने उनके साथ यात्रा करने से इंकार कर दिया।

फलस्वरूप टीसी ने चारों यात्रियों को पालघर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से नीचे उतार दिया। इस घटना की जानकारी पालघर स्टेशन मास्टर द्वारा रेलवे पुलिस को दिए जाने के बाद स्थानीय डॉक्टरों की एक टीम बुलाकर चारों यात्रियों की फिर से जांच करवाई गई। जांच रिपोर्ट नकारात्मक पाए जाने पर उन्हें अगली ट्रेन से सूरत भेजने की तैयारी कर दी गई है। 

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