महाराष्ट्र के गांवों में भाजपा का परचम

सात अक्टूबर को प्रथम चरण में 3,884 ग्राम पंचायतों के चुनाव हुए थे। इनमें अब तक आए चुनाव परिणामों में सर्वाधिक 1,457 सरपंच भाजपा के चुने गए हैं।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Wed, 11 Oct 2017 09:17 AM (IST) Updated:Wed, 11 Oct 2017 09:17 AM (IST)
महाराष्ट्र के गांवों में भाजपा का परचम
महाराष्ट्र के गांवों में भाजपा का परचम

मुंबई, राज्य ब्यूरो। महाराष्ट्र की ग्राम सभाओं में सरपंच के लिए हो रहे सीधे चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा बाजी मारती दिख रही है। बाकी दल उससे काफी पीछे नजर आ रहे हैं। ये परिणाम अब तक शहरी पार्टी समझी जाने वाली भाजपा के ग्रामीण जनाधार बढऩे का संकेत करते दिखाई दे रहे हैं।

सात अक्टूबर को प्रथम चरण में 3,884 ग्राम पंचायतों के चुनाव हुए थे। इनमें अब तक आए चुनाव परिणामों में सर्वाधिक 1,457 सरपंच भाजपा के चुने गए हैं। कांग्रेस 301 के साथ दूसरे नंबर पर, शिवसेना 222 के साथ तीसरे नंबर पर एवं शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 194 सरपंचों के साथ चौथे नंबर पर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इस सफलता के लिए महाराष्ट्र भाजपा को बधाई दी है। उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पार्टी को मिली यह सफलता किसानों, युवाओं एवं गरीबों के बीच बढ़ती पार्टी की स्वीकार्यता को दर्शाती है। महाराष्ट्र में पहले ग्राम पंचायत सदस्यों के चुनाव होते थे। चुने गए सदस्य मिलकर सरपंच का चुनाव करते थे। फडऩवीस सरकार ने इसी साल जुलाई में सरपंचों के चुनाव सीधे करवाने का निर्णय किया था। यह निर्णय भाजपा के लिए फलदायी साबित हो रहा है।

जिला परिषद चुनावों में भी आगे रही थी भाजपा इससे पहले मार्च में हुए 25 जिला परिषद अध्यक्षों के चुनाव में भाजपा 10 में जीत हासिल कर सबसे आगे रही थी। वैचारिक दृष्टि से भिन्न पार्टियों से हाथ मिलाने के बावजूद शिवसेना जिला परिषद के सिर्फ चार पद पा सकी थी। मुंबई सहित राज्य की 10 महानगरपालिकाओं के

लिए हुए चुनाव में भी भाजपा नौ पर कब्जा करने में सफल रही थी। मुंबई में भी वह अपना महापौर बनाने में शिवसेना से सिर्फ दो सीटें पीछे रह गई थी।

बड़े किसान आंदोलन के बावजूद मिली सफलता भाजपा को अब ग्राम पंचायत चुनावों में मिली सफलता इस दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है कि कुछ माह पहले ही भाजनानीत सरकार को किसानों के एक बड़े आंदोलन का सामना करना पड़ा था। जिसके फलस्वरूप उसे करीब 35,000 करोड़ रुपयों की कर्जमाफी योजना की घोषणा करनी पड़ी। अभी कर्जमाफी की यह राशि लाभार्थी किसानों के खाते में पहुंच भी नहीं पाई है। दूसरे चरण में 3,692 ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव 14 अक्टूबर को होने हैं। इनके परिणाम 16 अक्टूबर को आएंगे।

 

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