Maharashtra Politics: उद्धव ठाकरे के खिलाफ अब भाजपा ने शुरू किया शिकायतें दर्ज कराने का सिलसिला

Maharashtra Politics मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व उनके करीबियों के विरुद्ध शिकायतें दर्ज कराने का सिलसिला शुरू गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरुद्ध अपशब्द कहने पर बुधवार को उद्धव के खिलाफ एक शिकायत महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में दर्ज कराई गई थी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 26 Aug 2021 07:59 PM (IST) Updated:Thu, 26 Aug 2021 09:03 PM (IST)
Maharashtra Politics: उद्धव ठाकरे के खिलाफ अब भाजपा ने शुरू किया शिकायतें दर्ज कराने का सिलसिला
उद्धव ठाकरे के खिलाफ अब भाजपा ने शुरू किया शिकायतें दर्ज कराने का सिलसिला। फाइल फोटो

मुंबई, राज्य ब्यूरो। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग मंत्री नारायण राणे के एक बयान पर जिस तरह एफआइआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया, ठीक उसी तरह अब भाजपा की ओर से भी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व उनके करीबियों के विरुद्ध शिकायतें दर्ज कराने का सिलसिला शुरू गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरुद्ध अपशब्द कहने पर बुधवार को उद्धव के खिलाफ एक शिकायत महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में दर्ज कराई गई थी। इसके अलावा वैसी ही एक शिकायत के साथ दो अन्य शिकायतें उसी नासिक शहर में दर्ज कराई गई हैं, जहां राणे के विरुद्ध शिकायत दर्ज हुई थी। नासिक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उनकी पत्नी व पार्टी मुखपत्र सामना की संपादक रश्मि ठाकरे व युवा सेना के अध्यक्ष वरुण सरदेसाई के विरुद्ध शिकायतें दर्ज कराई गई हैं।

पहली शिकायत भाजपा नेता ऋषिकेश जयंत आहेर ने मुख्यमंत्री ठाकरे व युवा सेना के अध्यक्ष वरुण सरदेसाई के विरुद्ध दर्ज कराई है। इस शिकायत में आरोप है कि वरुण सरदेसाई ने नारायण राणे के मुंबई स्थित आवास के बाहर गैरकानूनी तरीके से विरोध-प्रदर्शन किया। इस विरोध-प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री ने देसाई को अपने सरकारी आवास ‘वर्षा’ पर बुलाकर सम्मानित किया। इससे समाज में गलत संदेश गया। आहेर ने अपनी शिकायत के साथ टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित विरोध-प्रदर्शन के वीडियो फुटेज भी संलग्न किए हैं। आहेर ने मांग की है कि सरदेसाई के विरुद्ध आइपीसी की धारा 153 (ए), 107, 212 व साइबर अपराध की धाराओं में मामला दर्ज किया जाए।

दूसरी शिकायत सुनील रघुनाथ केदार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के विरुद्ध दर्ज कराई है। इस शिकायत में ठाकरे द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरुद्ध अपशब्दों के इस्तेमाल पर आपत्ति उठाई गई है। शिकायत में 2018 में हुई शिवसेना की दशहरा रैली में उद्धव के उस बयान का उल्लेख किया गया है, जिसमें उन्होंने योगी आदित्यनाथ पर टिप्पणी की थी। शिकायत में कहा गया है कि योगी आदित्यनाथ एक राज्य के मुख्यमंत्री ही नहीं, गोरक्षनाथ मठ के महंत भी हैं। उनके साथ बहुत से हिंदुओं की भावनाएं भी जुड़ी हुई हैं। तीसरी शिकायत शिवाजी निवृत्ति बारके ने उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे के विरुद्ध दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि बुधवार को सामना में प्रकाशित संपादकीय में नारायण राणे के विरुद्ध जिस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल किया गया है, वह एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का अपमान है।

नासिक पुलिस ने ये तीनों शिकायतें दर्ज कराए जाने की पुष्टि की है। शिकायतकर्ताओं ने इन शिकायतों को प्राथमिकी में बदलने की मांग भी की है। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने सोमवार को प्रेस से बात करते हुए मुख्यमंत्री को देश की आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष याद न रहने पर टिप्पणी की थी। उनके इस बयान पर नासिक सहित तीन अन्य स्थानों पर आपराधिक मामला दर्ज कर मंगलवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि देर रात ही उन्हें महाड के सत्र न्यायालय से जमानत मिल गई थी, लेकिन अब जिस तरह के आरोप लगाकर राणे की गिरफ्तारी हुई, उसी के तरह के आरोपों वाली शिकायतें भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से शिवसेना नेताओं के विरुद्ध दर्ज कराई जा रही हैं। जबकि उद्धव के योगी पर दिए गए बयान का बचाव करते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि उद्धव का बयान छत्रपति शिवाजी महाराज के अपमान पर दिया गया था। महाराष्ट्र में कोई भी चप्पल पहनकर शिवाजी महाराज को माल्यार्पण नहीं करता। ये हमारी परंपरा और संस्कृति है।

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