Maharashtra: अजीत पवार और उनकी पत्नी सुनेत्रा ईडी के निशाने पर, बचाव में उतरे संजय राउत

Maharashtra ईडी द्वारा जब्त की गई जरंडेश्वर चीनी मिल के मामले में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार व उनकी पत्नी सुनेत्रा पवार भी अब ईडी के निशाने पर हैं लेकिन अजीत पवार ने अपने परिवार पर लग रहे आरोपों का खंडन किया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 02 Jul 2021 09:21 PM (IST) Updated:Fri, 02 Jul 2021 09:21 PM (IST)
Maharashtra: अजीत पवार और उनकी पत्नी सुनेत्रा ईडी के निशाने पर, बचाव में उतरे संजय राउत
अजीत पवार और उनकी पत्नी सुनेत्रा ईडी के निशाने पर, बचाव में उतरे संजय राउत। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गुरुवार को जब्त की गई जरंडेश्वर चीनी मिल के मामले में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार व उनकी पत्नी सुनेत्रा पवार भी अब ईडी के निशाने पर हैं, लेकिन अजीत पवार ने अपने परिवार पर लग रहे आरोपों का खंडन किया है। साथ ही, शिवसेना नेता संजय राउत भी अजीत पवार के बचाव में उतर आए हैं। ईडी इन दिनों महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक में हुए घोटाले की जांच कर रही है। इसी के तहत गुरुवार को जब्त की गई जरंडेश्वर चीनी मिल से अजीत पवार व सुनेत्रा पवार के संबंध जुड़ते दिखाई दे रहे हैं। ईडी को पता चला है कि जरंडेश्वर शुगर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड में ज्यादा बड़ी अंशधारिता मेसर्स स्पार्कलिंग स्वायल प्राइवेट लिमिटेड की है, जिससे अजीत पवार व उनकी पत्नी सुनेत्रा पवार का सीधा संबंध जुड़ता दिखाई दे रहा है।

जरंडेश्वर शुगर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड ने ही 2010 में जरंडेश्वर सहकारी शुगर कारखाना खरीदा था। जबकि उस समय अजीत पवार महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक के निदेशकों में से एक थे। आरोप है कि इसी बैंक से बड़े लोन लेकर राज्य की कई सहकारी चीनी मिलें जान-बूझकर नेताओं द्वारा डुबाई गईं, और उन्हें कुछ नेताओं या उनके करीबियों द्वारा ही खरीद लिया गया। सहकारी बैंकों से लोन लेकर सहकारी चीनी मिल डुबाने व फिर उसे किसी नेता के करीबी द्वारा खरीदी गई चीनी मिलों में से एक जरंडेश्वर चीनी मिल भी रही है। आरोप है कि जरंडेश्वर सहकारी शुगर कारखाना के नाम पर पुणे जिला केंद्रीय कोआपरेटिव बैंक से 700 करोड़ रुपयों का कर्ज लिया गया था। चूंकि इस कड़ी में ईडी को स्पार्कलिंग स्वायल प्राइवेट लिमिटेड की महत्वपूर्ण भूमिका नजर आ रही है, इसलिए अजीत पवार व सुनेत्रा पवार उसके निशाने पर हैं।

वहीं, अजीत पवार ने अपने परिवार पर लग रहे आरोपों का यह कहते हुए खंडन किया है कि ईडी से पहले आर्थिक अपराध शाखा व सीआईडी भी इसकी जांच कर चुके हैं। उन्हें कुछ भी हासिल नहीं नहीं हुआ। चौतरफा जांच में अब तक कुछ भी बाहर नहीं आया है। अजीत पवार ने कहा कि जहां भी जरूरत होगी मैं अपील करूंगा। क्योंकि इस चीनी मिल पर कई श्रमिकों की जीविका निर्भर करती है। दूसरी ओर, अजीत पवार के बचाव में उतरते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि सभी जानते हैं कि महाराष्ट्र में क्या चल रहा है। ईडी व सीबीआइ जैसी केंद्रीय एजेंसियां वहां क्यों सक्रिय हैं। लोग जानते हैं कि इसके पीछे मंसा क्या है। लेकिन कोई समझता है कि ऐसा करके महाराष्ट्र सरकार का मनोबल तोड़ा जा सकता है या सरकार गिराई जा सकती है तो वह भ्रम में है। ऐसा कुछ नहीं होने वाला। चाहे आप सेना लगा दीजिए। संजय राउत ने ईडी व सीबीआइ जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों को भी सलाह दे डाली कि इन एजेंसियों को सरकार गिराने का काम अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए।

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