Madhya Pradesh: प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास के लिए अब मुफ्त मिलेगी रेत

Madhya Pradesh महंगी ईंट रेत गिट्टी और लोहा के चलते प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत आवास निर्माण में आ रही दिक्कतों को देखते हुए मप्र सरकार ने अब हितग्राहियों को मुफ्त में रेत उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 27 Mar 2022 08:08 PM (IST) Updated:Sun, 27 Mar 2022 08:08 PM (IST)
Madhya Pradesh: प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास के लिए अब मुफ्त मिलेगी रेत
प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास के लिए अब मुफ्त मिलेगी रेत। फाइल फोटो

पचमढ़ी (नर्मदापुरम), जेएनएन। मध्य प्रदेश सरकार ने महंगी ईंट, रेत, गिट्टी और लोहा के चलते प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत आवास निर्माण में आ रही दिक्कतों को देखते हुए अब हितग्राहियों को मुफ्त में रेत उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। यह जानकारी पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने दी। उन्होंने बताया कि इसके लिए आवास योजना समिति द्वारा पचमढ़ी की कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया, जिसे स्वीकृति दे दी गई है। हितग्राही को जनपद, जिला या नगरीय निकाय स्तर से रेत की पर्ची प्राप्त करनी होगी। पर्ची पर उसे आवास के लिए निर्धारित रेत मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी। संबंधित रेत ठेकेदार को रायल्टी की प्रतिपूर्ति कैसे होगी, इसका रास्ता निकाला जाएगा। इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार की चिंतन बैठक में लिए गए निर्णय रविवार को मीडिया से साझा किए।

मुख्यमंत्री संजीवनी अस्पताल शुरू होंगे

उन्होंने बताया कि प्रदेश में आसानी से स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए 22 अप्रैल से 25 हजार की आबादी पर मुख्यमंत्री संजीवनी अस्पताल शुरू किए जा रहे हैं। शुरुआत भोपाल, इंदौर समेत बड़े शहरों में एक-एक अस्पताल से होगी। इसके बाद तीन माह में पूरे प्रदेश में अस्पताल संचालित होने लगेंगे। इन अस्पतालों में सामान्य रोगों की जांच और उपचार की व्यवस्था होगी। लोगों को अनावश्यक जिला अस्पताल में परेशान नहीं होना पड़ेगा। तीर्थ दर्शन योजना के तहत 18 अप्रैल को पहली ट्रेन मुख्यमंत्री ने कहा कि नए स्वरूप में तीर्थ दर्शन योजना के तहत 18 अप्रैल को पहली ट्रेन काशी विश्वनाथ, गंगा स्नान, रविदास और कबीर चबूतरा के लिए रवाना होगी। यात्रा में मंत्रिमंडल भी साथ जाएगा। कन्या विवाह योजना 21 अप्रैल से नए स्वरूप में पुन: शुरू होगी। योजना के तहत चार हजार रुपये की राशि बढ़ाई गई है, अब हितग्राही को 55 हजार रुपये दिए जाएंगे।

सीएम राइज स्कूल शुरू होंगे

विवाह समारोहों का आयोजन सामाजिक विकास विभाग द्वारा किया जाएगा। लाड़ली लक्ष्मी योजना-2 के तहत बेटियों के शैक्षणिक, आर्थिक सशक्तीकरण के लिए कदम उठाए जाएंगे। इनकी घोषणा दो से 11 मई तक आयोजित होने वाले लाड़ली लक्ष्मी उत्सव के दौरान की जाएगी। प्रदेश में 350 स्थानों को चिह्नित कर उनमें सीएम राइज स्कूलों की शुरुआत 13 जून से की जाएगी। इसके अलावा शेष जगहों पर स्कूल भवन के लिए जगह अधिगृहीत कर जून से निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। पशुओं के इलाज और फसलों में रोग नियंत्रण के लिए कृषि विज्ञान केंद्रों में विशेषज्ञों के माध्यम से टेलीमेडिसिन की सुविधा शुरू की जाएगी। इससे पशु पालकों और किसानों को अनावश्यक परेशान नहीं होना पड़ेगा।

विचार मंथन बैठक में लिए गए अन्य महत्वपूर्ण निर्णय

एक जून से सभी जिलों में साइबर तहसील व्यवस्था शुरू होगी। इससे जमीन खरीदी के साथ ही नामांतरण की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और खसरे में खरीदार का स्वत: नाम चढ़ जाएगा।

एकीकृत नवकरणीय ऊर्जा के तहत ग्रीन हाइड्रोजन ऊर्जा को ब़़ढावा दिया जाएगा।

मां तुझे प्रणाम योजना पुन: शुरू कर युवाओं को देशसेवा के लिए प्रेरित किया जाएगा।

ग्रामीण इलाकों को आपस में जोड़ने के लिए जल्द ही ग्रामीण परिवहन नीति तैयार की जाएगी।

पहली बार इतनी लंबी कैबिनेट बैठक

सरकार की योजनाओं को नए स्वरूप में प्रभावी ढंग से कैसे लागू किया जाए, इसके लिए पचम़़ढी में शनिवार को कैबिनेट की करीब 11 घंटे तक चली विचार मंथन बैठक को लेकर सरकार मंत्री रविवार को उत्साहित दिखे। लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव के मुताबिक उन्होंने बतौर कैबिनेट मंत्री के चार कार्यकाल में इतनी लंबी और सकारात्मक बैठक कभी नहीं देखी। पूरी बैठक में किसी भी विषषय पर कोई विरोध सामने नहीं आया। पीएचई मंत्री तुलसी सिलावट का मानना है कि योजनाएं तो पहले भी चल रही थीं, लेकिन अब उन्हें नए स्वरूप में कैसे हितग्राहियों तक प्रभावी ढंग से पहुंचाया जाए, इस पर पूरे समर्पण भाव से चर्चा हुई। कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि योजनाओं में नवाचार की आवश्यकता थी, जिस पर मैराथन बैठक में चर्चा हुई और अब इसके सार्थक परिणाम देखने को मिलेंगे।

किसी ने लिया गुड़-घी का बूस्टर तो किसी ने ज्वार की रोटी पैक कराई

अब तक मंत्रालय में घंटे-दो घंटे की कैबिनेट बैठक एसी की ठंडक में होती रही है। पहली बार प्राकृतिक माहौल में खाट पर बैठकर तंबू के नीचे बैठक हुई। इसमें भी चाय-पानी का ही इंतजाम था। शनिवार को जब मंत्री समूह ने सुबह 10 से देर रात तक मैराथन बैठक की तो उन्हें समझ आ गया कि अगले दिन की बैठक में खाली पेट विचार बाहर आने वाले नहीं हैं। होटल ग्लेन व्यू में करीब 20 से ज्यादा मंत्री ठहरे हुए हैं। रविवार की बैठक में तरोताजा बने रहने के लिए रात में ही होटल प्रबंधन को अपनी प्राथकिमताएं दर्ज करवा दी थीं। रूम नंबर सात में ठहरी पर्यटन व संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने सुबह 5.45 बजे गुड़-घी पहुंचाने का आदेश दे रखा था। रूम नंबर 11 में रुके ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने ज्वार की चार रोटी, मेथी की भाजी, मूंग दाल और दही पैक करवाया था। हरदीप सिंह डंग ने 7.30 बजे सुबह एक गिलास दूध और एक प्लेट कुकीज पहुंचाने के लिए कह दिया था। मीना सिंह ने सुबह-सुबह सर्विस के लिए काल नहीं करने की हिदायत दे रखी थी।

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