जोशी से मुलाकात कर समझाऊंगी गंगा अभियान : उमा भारती

भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी द्वारा गंगा अभियान की सुस्त रफ्तार पर सवाल उठाने के बाद केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने रविवार को सागर में कहा कि वे जल्द ही डॉ. जोशी से मुलाकात करेंगी और खुद उन्हें पूरे अभियान के बारे में समझाएंगी।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 08 Jun 2015 03:20 AM (IST) Updated:Mon, 08 Jun 2015 03:23 AM (IST)
जोशी से मुलाकात कर समझाऊंगी गंगा अभियान : उमा भारती

भोपाल, सागर [ब्यूरो]। भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी द्वारा गंगा अभियान की सुस्त रफ्तार पर सवाल उठाने के बाद केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने रविवार को सागर में कहा कि वे जल्द ही डॉ. जोशी से मुलाकात करेंगी और खुद उन्हें पूरे अभियान के बारे में समझाएंगी।

सुश्री भारती रविवार को पूर्व मंत्री हरनाम सिंह राठौर के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए सागर आईं थी। इस दौरान संवाददाताओं से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ. जोशी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, जब उनका बयान आया था तो मैं राजस्थान में थी और आज झांसी में थी। मैं जल्द श्री जोशी से मिलने उनके घर जाऊंगी और उन्हें अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दूंगी। मैं उनसे सलाह भी लूंगी कि कैसे गंगा सफाई के काम को तेज करें। वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के गंगा में जहाज चलाने की बात पर उन्होंने कहा कि गंगा में जहाज चलाना भी संभव है, लेकिन यह कोई दो दिन का काम नहीं हैं, कुछ साल तो इंतजार करना प़$डेगा।

मैगी नहीं स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाली चीज पर लगे रोक

मैगी को लेकर मचे बबाल पर सुश्री भारती ने कहा कि यह बात जनता के जीवन और स्वास्थ्य की सुरक्षा से जुड़ी है। ऐसे तो देशी ठर्रा को पीने से भी लोगों की मौत होती है, तो उस पर भी रोक लगाई जाती है। इसमें देशी विदेशी से कुछ नहीं लेना देना। जो भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है उस पर रोक लगना ही चाहिए। व्यापमं घोटाले में मंत्री गोपाल भार्गव का नाम आने पर उन्होंने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं हैं, इसलिए इस बारे में कुछ नहीं कहूंगी।

जब तक मैं हूं हरनाम सिंह राठौर नहीं मर सकते

मेरा उस परिवार से आठ साल की उम्र से संबंध था। मेरे लिए वह व्यक्तिगत क्षति है, क्योंकि वह मेरे बड़े भाई जैसे थे। जब मुझे साढ़े पांच साल के लिए भाजपा से बाहर रखा गया, तब भी हरनाम भैया ने मुझसे संबंध बनाए रखा।

मैं भाजपा में हूं या नहीं हूं वह मुझसे चर्चा करते रहे थे। उनका जाना मेरे के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उनके पिताजी भी संघ के पदाधिकारी रहे। वह बहुत हूंकार भरने वाले नेता थे और उन्हें चापलूसी बिल्कुल नहीं आते थे। ऐसे लोग अब देखने को नहीं मिलेंगे। मैंने उनके बच्चों को समझाया है जब तक मैं हूं तब तक हरनाम सिंह राठौर नहीं मर सकते हैं। इसके बाद वह गोंडवाना एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना हो गई।

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