आयकर छूट सीमा दो से पांच लाख करने के पक्षधर हैं जेटली

लोकसभा चुनाव के लिए यहां भाजपा प्रत्याशी अरुण जेटली ने कहा कि कम टैक्स से मजबूत आर्थिक आधार की नीति बनानी होगी। वह व्यक्तिगत रूप से आयकर छूट की सीमा दो लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये करने के पक्ष में हैं। ऐसा करने से देश के खजाने को 24 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होगा, जोकि केंद्र सरकार क

By Edited By: Publish:Mon, 21 Apr 2014 02:10 AM (IST) Updated:Mon, 21 Apr 2014 08:31 AM (IST)
आयकर छूट सीमा दो से पांच लाख करने के पक्षधर हैं जेटली
आयकर छूट सीमा दो से पांच लाख करने के पक्षधर हैं जेटली

अमृतसर [जासं]। लोकसभा चुनाव के लिए यहां भाजपा प्रत्याशी अरुण जेटली ने कहा कि कम टैक्स से मजबूत आर्थिक आधार की नीति बनानी होगी। वह व्यक्तिगत रूप से आयकर छूट की सीमा दो लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये करने के पक्ष में हैं। ऐसा करने से देश के खजाने को 24 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होगा, जोकि केंद्र सरकार के कुल बजट का मात्र डेढ़ प्रतिशत है। यह छूट देने पर तीन करोड़ लोगों को सीधा लाभ भी होगा। बाद में यही पैसा खर्च होने के बाद दोबारा कई टैक्सों के माध्यम से सरकार को वापस मिल जाएगा।

अरुण जेटली रविवार दोपहर स्थानीय एक होटल में चार्टर्ड अकाउंटेंट, होटल मालिक व बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों को संबोधित कर रहे थे।

जेटली ने कहा कि वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने टैक्सों की ऊंची दरें लागू कीं, जिससे देश को कोई लाभ नहीं हुआ, लेकिन देश में चल रहे राजनीतिक परिवर्तन का यदि मैं हिस्सेदार बना तो टैक्सों का सरलीकरण, टैक्सों को कम करना व आर्थिक आधार को मजबूत करना मेरा उद्देश्य रहेगा।

जेटली ने कहा कि यदि नई सरकार की जिम्मेवारी भाजपा के कंधे पर आती है तो देश में निवेश का माहौल बनाया जाएगा। हालांकि चुनाव के बाद सरकार किसकी बनेगी, इसे लेकर देश में अब कोई सस्पेंस नहीं है। एनडीए को 250 से 300 सीटों के बीच प्राप्त करेगा। कांग्रेस अस्सी सीटों तक सिमट जाएगी।

यहां सैनिक अधिकारियों की एक रैली को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार देश की सुरक्षा करने में असफल रही है। यही वजह है कि चीन अरुणाचल प्रदेश को भारतीय हिस्सा मानने से भी इन्कार कर रहा है।

पढ़ें : जेटली-कैप्टन के बीच छिड़ा वाक्युद्ध

chat bot
आपका साथी