Navratri 2022: मां दुर्गा के नाम पर रखा गया है भारत के इन 8 मशहूर शहरों का नाम

Navratri 2022 नवरात्रि का त्योहार नारी शक्ति को अपनी सारी महिमा में मनाता है। साल भर के इंतज़ार के बाद इस त्योहार को देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है। यह उत्सव वाकई में देखने लायक होता है।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Tue, 20 Sep 2022 02:31 PM (IST) Updated:Tue, 20 Sep 2022 02:31 PM (IST)
Navratri 2022: मां दुर्गा के नाम पर रखा गया है भारत के इन 8 मशहूर शहरों का नाम
Navratri 2022: मां दुर्गा के नाम पर रखा गया है इन शहरों का नाम

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Navratri 2022: अक्टूबर का महीना अब कुछ ही दिन दूर है और साथ ही नवरात्रि का त्योहार। नवरात्रि हिन्दू धर्म का बेहद महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसका लोगों को साल भर बेसब्री से इंतज़ार रहता है। नवरात्रि में देवी दुर्गा और उनके 9 रूपों का उत्सव मनाया जाता है। यह त्यौहार पूरे देश में बहुत ही हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया जाता है। ऐसे में आज जानें भारत के मशहूर शहरों के बारे में जिनका नाम मां दुर्गा के नाम पर रखा गया है।

त्रिपुरा

यह बेहद कम लोग जानते हैं कि खूबसूरत पूर्वोत्तर भारतीय राज्य त्रिपुरा का नाम पुराने शहर उदयपुर में त्रिपुरा सुंदरी मंदिर के नाम पर रखा गया है। मंदिर अगरतला से लगभग 55 किमी दूर एक पहाड़ी पर स्थित है।

श्रीनगर

जम्मू और कश्मीर की राजधानी, श्रीनगर का नाम भी दुर्गा के एक रूप के नाम पर रखा गया है, ऐसा कहा जाता है कि यह शहर शारिका देवी मंदिर में स्वयं प्रकट श्री चक्र के रूप में श्री या लक्ष्मी देवी का घर है।

पटना

भारतीय पवित्र ग्रंथों के अनुसार, पटना वह स्थान है जहां सती की दाहिनी जांघ गिरी थी। पाटन देवी नाम की देवी को सम्मानित करने के लिए उसी स्थान पर एक शक्तिपीठ बनाया गया था; बाद में, बिहार की राजधानी को इसका नाम मंदिर से मिला।

नैनीताल

नैनीताल का नाम देवी दुर्गा के एक और अवतार नैना देवी के नाम पर रखा गया है। ऐसा कहा जाता है कि सती की आंखें यहीं की ज़मीन पर गिरी थीं, जहां आज नैना देवी मंदिर है।

मुंबई

सपनों की नगरी, मुंबई का नाम मुंबई देवी मंदिर के नाम पर रखा गया, जो ज़ावेरी बाज़ार में स्थित है। यह मंदिर काफी पुराना है, और लगभग 500 साल पहले इसे महा-अम्बा देवी के सम्मान में बनाया गया था।

मैंगलोर

मैंगलोर का नाम मंगला देवी के नाम पर रखा गया है। मंगला देवी का मंदिर यहां 9वीं शताब्दी में अलुपा राजवंश के राजा कुंदवर्मन द्वारा बनाया गया था।

दिल्ली

यह बहुत कम लोग जानते हैं कि दिल्ली के एक हिस्से को योगिनीपुर कहा जाता था, ऐसा महरौली क्षेत्र में योगमाया मंदिर होने के कारण था। मुगलों के शहर में प्रवेश करने के काफी से यह मंदिर था। ऐतिहासिक रिकॉर्ड के अनुसार, मंदिर का निर्माण पांडवों ने किया था, जो कि 5000 वर्ष से अधिक पुराना है! दिलचस्प है ना?

चंडीगढ़

क्या आप जानते हैं कि पंजाब के बेहद आधुनिक और बेहद खूबसूरत शहर चंडीगढ़ का नाम चंडी देवी के नाम पर रखा गया है। यहां चंडी देवी का एक मंदिर है, और मंदिर का स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच एक बड़ा धार्मिक महत्व भी है।Picture Courtesy: Freepik/Pexels/Instagram

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