ग्रेजुएशन की Golden Memories

कॉलेज कैंटीन में चाय की चुस्कियों के संग यार-दोस्तों के साथ गॉसिप, क्लास बंक, फेस्टिवल फन आदि कॉलेज लाइफ की गोल्डेन मेमोरीज होती हैं। लेकिन इन्हें और मेमोरेबल बनाया जा सकता है..

By Edited By: Publish:Wed, 10 Jul 2013 10:56 AM (IST) Updated:Wed, 10 Jul 2013 12:00 AM (IST)
ग्रेजुएशन की Golden Memories

स्कूल से निकलकर हम कॉलेज आते हैं, तो एकनई फ्रीडम और नया माहौल हमारे पास होता है। स्कूल बैग और यूनिफॉर्म से आजादी मिलती है, तो अपने दम पर कुछ कर दिखाने का हौसला भी होता है। कॉलेज में एजुकेशन के अलावा कई ऐसी चीजें हम हासिल कर सकते हैं, जिन्हें मेमोरी के रूप में लाइफ टाइम संभालकर रखा जा सकता है। अगर कुछ ऐसा ही आप भी करना चाहते हैं तो इन बातों पर जरूर अमल करें।

कैंटीन का क्राइटेरिया

कॉलेज में जब पढाई से बोर हो जाएं, तो कुछ पल एंज्वाय के भी बनते हैं। इन पलों का बेहतरीन यूज कैंटीन में भी कर सकते हैं। वहां बहुत सी चीजें आपकी पसंद की होंगी, जिन्हें आप अक्सर खाते हैं। लेकिन क्या कभी कैंटीन की नई डिशेज को आपने आजमाया है, नहीं! तो फिर उनका स्वाद भी लीजिए। कॉलेज लाइफ में नई-नई इंफॉर्मेशन के साथ बेहतरीन लेटेस्ट फ्लेवर भी मिल जाएं, तो इसमें बुराई क्या है।

फेस्टिवल का फन

फेस्टिवल आपसी मेलमिलाप के लिए ही बनाए गए हैं। कॉलेज फेस्टिवल का भी यही फंडा है कि सभी स्टूडेंट्स एकदूसरे से मिलें और फ्रेंडशिप बनाएं। कॉलेज फेस्टिवल में अगर कोई रिस्पांसिबिलिटी भी मिले तो उसे जरूर लें। इससे काफी कुछ? सीखने को तो मिलेगा ही, साथ ही लीडरशिप क्वालिटी में भी इंप्रूवमेंट होगा।

क्लास बंक का रूल

कॉलेज लाइफ में कभी न कभी तो हम में से अधिकांश क्लास बंक जरूर करते हैं। कोशिश करें कि क्लास बंक न करें। अगर किसी कारणवश ऐसा करते हैं, तो ग्रुप में से एक या दो लोग क्लास अवश्य ज्वाइन करें, ताकि पता चल सके कि पढाया क्या गया है? ऐसा नहीं करेंगे, तो फिर उस दिन के नोट्स मिस हो जाएंगे और बाद में इनके लिए दूसरों की हेल्प लेनी पडेगी।

टीचर से फ्रेंडली रिलेशन

कॉलेज में अपने फ्रेंड्स के साथ तो सभी तरह की बातें हम शेयर करते हैं, लेकिन एजुकेशन से रिलेटेड डिस्कशन तो कम से कम टीचर के साथ किया ही जा सकता है। अपने टीचर्स से फ्रेंडशिप रिलेशन बढाएं। उनके साथ अधिक से अधिक समय बिताएं। ऐसा करेंगे तो देखिएगा कॉलेज के बाहर उनका बिहेवियर आपको एकदम चेंज मिलेगा।

टीचर से अच्छे रिलेशन बन जाएं तो उनसे अपनी एजुकेशन प्रॉब्लम्स पर डिस्कशन करें। वे जो भी एडवाइज दें उसे निगेलेक्ट न करें। उनके एक्सपीरियंस से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। कॉलेज के बाद भी वे आपकी हेल्प करते रहेंगे।

थिंक क्रिएटिव

ड्रीम्स स्कूल टाइम से ही शुरू हो जाते हैं, लेकिन उन्हें पूरा करने के मौके कॉलेज में ही मिलते हैं। कॉलेज लाइफ में भी आप अपने स्कूल में देखे गए ड्रीम्स को पूरा कर सकते हैं। हो सकता है कि आप कोई बुक क्लब, ड्रामा ग्रुप, म्यूजिक बैंड, सोशल वर्क ग्रुप या फिर कोई एकदम नया क्रिएशन करना चाहते हों। कॉलेज में तलाशने पर कुछ ऐसे स्टूडेंट भी मिल जाएंगे, जो आप जैसा ही कुछ करना चाहते हैं। इनसे फ्रेंडशिप करें, सपने को धरातल पर उतारने का काम आपको करना है। पुरजोर मेहनत करें, यह एक्सपीरियंस आपके फ्यूचर में बहुत काम आएगा।

लुक एट योर पास्ट

फ्यूचर की ओर तो सभी देखते हैं, लेकिन कॉलेज लाइफ में कभी रुककर पास्ट की ओर भी देख लेना चाहिए। खुद को जज करने का यह एक आसान और बेस्ट मेथड है। इससे पता कर सकते हैं कि पिछले कुछ सालों में खासकर स्कूल से कॉलेज तक के सफर में क्या अचीव किया है? अगर अचीवमेंट्स सटिस्फाइड करने वाले नहीं हैं, तो फ्यूचर की प्लानिंग में कुछ नई चीजों को जोड सकते हैं। सक्सेस तक पहुंचने के लिए हमें खुद एक रास्ता बनाना पडेगा। सही पोजीशन मालूम होगी, तो सक्सेस पाने में आसानी हो जाएगी।

शरद अग्निहोत्री

chat bot
आपका साथी