आईटीएम युनिवर्सिटी ने लहराया परचम और बढ़ाई ग्वालियर की शान

देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान आईटीएम विश्वविद्यालय ग्वालियर को मैनेजमेंट केटेगरी में नेशनल इंस्टीटयूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय

By MMI TeamEdited By: Publish:Wed, 13 Apr 2016 12:28 PM (IST) Updated:Wed, 13 Apr 2016 12:48 PM (IST)
आईटीएम युनिवर्सिटी ने लहराया परचम और बढ़ाई ग्वालियर की शान

ग्वालियर। देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान आईटीएम विश्वविद्यालय ग्वालियर को मैनेजमेंट केटेगरी में नेशनल इंस्टीटयूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा देश में 32वां स्थान मिला है, जबकि इंजीनिरिंग केटेगरी में आईटीएम विश्वविद्यालय को 58वीं रैंकिंग मिली है। भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने देश भर के शिक्षण संस्थानों की गुणवत्ता जांचने वाली इंडिया रैंकिंग-2016 जारी की है। ग्वालियर ही नहीं वरन् पूरे प्रदेश के लिए यह गौरव की बात है कि आईटीएम विश्वविद्यालय ने इस सूची में जगह बनाई हैं।

यह सूची बीते रोज दिल्ली के विज्ञान भवन में स्वयं मानव संसाधन एवं विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने जारी की इस अवसर पर सचिव विनयशील ओबेरॉय, यूजीसी के चेयरमैन श्री वेदप्रकाश, एनबीए के चेयरमैन सुरेन्द्र प्रसाद सहित देश के विभिन्न शिक्षाविद् व विद्वान उपस्तिथ थे।

भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस तरह की ये सूची पहली बार जारी की हैं इस सूची के लिए देशभर के लगभग 3800 विश्वविद्यालयों, इंजीनियरिंग, फार्मेसी और प्रबंध संस्थानों ने पंजीयन कराया था। इनमें 3500 का डाटा मंत्रालय को प्राप्त हुआ। मंत्रालय ने तमाम मापदंडों की कसौटी पर जाँच-परख करने के बाद यह सूची जारी की है।

सूची जारी करने के पहले दो श्रेणीयां बनाई गयीं केटेगरी ”ए“ में शैक्षणिक एवं शोध कार्यो को शामिल किया गया जबकि केटेगरी “बी“ में केवल शैक्षणिक कार्य को शुमार किया गया प्रबंधन एवं इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी दोनों के बेहतर एवं इनोवेटिव शैक्षणिक एवं शोध कार्यो के चलते आईटीएम विश्वविद्यालय को ए केटेगरी में नामांकित किया गया आईटीएम विश्वविद्यालय निर्धारित मापदंडों की प्रत्येक कसौटी पर खरा उतरा।

आपको बताना मुनासिफ होगा की देशभर से 600 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों ने प्रबंधन के क्षेत्र में आवेदन किया था इसमें से 50 संस्थानों को ही देश में सर्वश्रेष्ठ माना गया और इनमे आईटीएम विश्वविद्यालय ग्वालियर के प्रबंधन संस्थान को 32वीं रैंक मिली हैं। इसी तरह इंजीनियरिंग में तकरीबन 1438 संस्थानों ने पंजीयन कराया था जिसमे आईटीएम विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी को 58वीं रैंक हासिल हुई है।

महज पांच वर्ष में बड़ी सफलता:
इंडिया रैंकिंग-2016 की सूची में जो भी संस्थान आईटीएम विश्वविद्यालय से पहले हैं उनमें ज्यादातर शासकीय हैं और उनको स्थापित हुए 10 वर्ष या उससे भी अधिक का समय हो चूका है। मध्यप्रदेश में कुछेक संस्थान ही इस सूची में जगह बना पाए, जबकि आईटीएम विश्वविद्यालय ने अपनी स्थापना के महज पांच सालों में ही इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली यह अपने आप में पूरे प्रदेश के लिए फक्र की बात है।

इसलिए मिली उपलब्धि:
आईटीएम विशविद्यालय को यह उपलब्धि बेहतर और इनोवेटिव शिक्षा कार्य के साथ-साथ रिसर्च, टीचिंग, लर्निंग के चलते मिली है, इतना ही नहीं भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने आईटीएम विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी, लैबोरेटरीज, खेल-सुविधाओं कंसल्टेंसी सहित तमाम गतिविधियों को सराहा और मान्य भी किया।

विश्वविद्यालय को मिली इस उपलब्धि के लिए आईटीएम विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री रमाशंकर सिंह, वाईस प्रेसीडेंट श्रीमती रूचि सिंह चैहान, प्रबन्ध निदेशक डॉ. दौलत सिंह चैहान एवं कुलपति डॉ. वंदना कुशवाह ने समस्त शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक स्टाफ को बधाई एवं शुभकामनाये दी हैं।

इसलिए जारी की रैंकिंग
भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने देश के शिक्षण संस्थानों की इंडिया रैंकिंग सूची पहली बार जारी की है, और इसका सीधा मकसद देश के उत्कृष्ट शैक्षणिक संस्थानों को एक प्रकार से मान्यता प्रदान करना है। दरअसल पिछले कुछ एक सालों में देश के कई राज्यों में स्तरहीन विश्वविद्यालयों व शिक्षण संस्थानों की भरमार हो गयी थी। अच्छे बुरे की पहचान भी मुश्किल थी, विद्यार्थी और पालक ठगे जा रहे थे। इस प्रवृति पर अंकुश लगाने के लिए उठाये जा रहे कदमों के तहत ही भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने ये रैंकिंग जारी की है, ताकि भविष्य में विद्यार्थी और उनके पेरेंट्स यह तय कर सकें कि कौन से शिक्षण संस्थान बेहतर एवं वैधानिक हैं।

इनका कहना है -
नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआआरएफ) में आईटीएम विश्विविद्यालय को मैनेजमेंट कैटेगरी में 32वां व इंजीनियरिंग केटेगरी में 58वां स्थान प्राप्त हुआ है, यह हम सबके लिए बड़ी उपलब्धि है। यह हमारी फैकल्टी और स्टूडेंट्स की कड़ी मेहनत एवं समर्पण का नतीजा है। आईटीएम युनिवर्सिटी उत्कृष्ट शैक्षणिक व्यवस्था के अनुरूप कार्य करता रहा है यही वजह है कि हमें ये सफलता मिली, आगे भी ये सिलसिला जारी रहेगा। (डाॅं. दौलत सिंह चैहान, मैनेजिंग डायरेक्टर, आई.टी.एम. युनिवर्सिटी ग्वालियर)


chat bot
आपका साथी