जॉब मार्केट में आएंगे अच्छे दिन

जिस तरह 2014 में जॉब जेनरेट करने का माहौल तैयार हुआ, उससे आने वाले दिनों में काबिल युवाओं के लिए जोरदार अवसर सामने आने की संभावनाएं बनी हैं। हे गु्रप ने भी अपनी रिपोर्ट में 2015 में भारत में जॉब के मामले में बेहतर उछाल आने की उम्मीद जताई है।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Wed, 31 Dec 2014 10:50 AM (IST) Updated:Wed, 31 Dec 2014 10:58 AM (IST)
जॉब मार्केट में आएंगे अच्छे दिन

जिस तरह 2014 में जॉब जेनरेट करने का माहौल तैयार हुआ, उससे आने वाले दिनों में काबिल युवाओं के लिए जोरदार अवसर सामने आने की संभावनाएं बनी हैं। हे गु्रप ने भी अपनी रिपोर्ट में 2015 में भारत में जॉब के मामले में बेहतर उछाल आने की उम्मीद जताई है। 2015 में हॉट रहने वाले सेक्टर्स की एक झलक...

आइटी: बेस्ट डेस्टिनेशन इंडिया

पीओ सेवा सस्ती हो गई है। इससे इस क्षेत्र में रोजगार बढ़ोतरी में मदद मिली है। 2014 की पहली छमाही में आइटी सेक्टर में सबसे अधिक बढ़ोतरी बेंगलुरु में 43 प्रतिशत की हुई है, बाकी शहरों में भी इसमें बढ़ोतरी देखी गई। नई तकनीकों के इस्तेमाल बढऩे से इस क्षेत्र में दो से पांच वर्ष और पांच से 10 वर्ष के अनुभवी पेशेवरों को सर्वाधिक नौकरियां मिलीं। वहीं इंडिया ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन के अनुसार, वर्ष 2020 तक इंडियन आइटी इंडस्ट्री 225 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगी। गार्टनर की एक रिपोर्ट के अनुसार 2020 तक भारत के विश्व का सॉफ्टवेयर सुपरपावर बनने की संभावना है, बशर्ते कि देश में ढांचागत सुविधाओं एवं कौशल विकास का काम तय समय पर पूरा हो जाए। इतनी बड़ी इंडस्ट्री होने से इसमें रोजगार के नए-नए मौके हमेशा सृजित होते रहेंगे।

रिटेल: एफडीआई का फायदा

शॉपिंग मॉल और मल्टीपर्पज रिटेल स्टोर काफी तेजी से अपने पांव पसार रहे हैं। छोटे-बड़े शहरों में नए-नए मॉल बन रहे हैं और शॉपिंग कॉम्पलेक्स खुल रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में जिस तेज रफ्तार से रिटेल सेक्टर का दायरा फैला है और सरकार द्वारा मल्टी ब्रांड रिटेल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अनुमति मिली है, उसे देखते हुए इसके और आगे बढऩे की संभावना है। ऐसे में रिटेल सेक्टर युवाओं के लिए उज्ज्वल करियर संभावनाओं के द्वार खोल रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार भारत में मल्टी ब्रांड रिटेल में एफडीआई की अनुमति की वजह से आने वाले दो-तीन साल में एक करोड़ नई नौकरियां सामने आने की उम्मीद है। हे ग्रुप की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2015 में रिटेल सेक्टर की नियुक्तियों में काफी इजाफा होगा।

बैंकिंग: आए बहार के दिन

देश में विकास की रफ्तार बढऩे के साथ-साथ बैंकिंग क्षेत्र का दायरा भी दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। केपीएमजी-सीआइआइ रिपोर्ट के अनुसार इंडियन बैंकिंग एंड फाइनेंस इंडस्ट्री वर्ष 2020 तक विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी और 2025 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी बैंकिंग इंडस्ट्री बन जाएगी। फिलहाल देशभर में 27 सरकारी बैंक, 80 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी), 40 से ज्यादा विदेशी बैंक और 20 से ज्यादा प्राइवेट बैंक हैं और इनकी हजारों शाखाएं कार्य कर रही हैं। साथ ही, सभी बैंक अपनी शाखाओं का लगातार विस्तार करते जा रहे हैं। बैंकों के कार्यभार में वृद्धि होने से इसमें स्किल्ड लोगों की डिमांड लगातार बढ़ रही है। विशेषज्ञों के अनुसार पब्लिक सेक्टर बैंकिंग इंडस्ट्री में आने वाले कुछेक सालों में पांच से सात लाख नियुक्तियां होने की उम्मीद की जा रही है। इसके अलावा, प्राइवेट बैंकों में भी लाखों की संख्या में रोजगार सृजित होंगे।

टेलीकॉम: नौकरी के लिए बेस्ट

टेलीकॉम सेक्टर भी युवाओं को अपनी ओर खींचने में खासा सफल रहा। वर्ष 2014 में टेलीकॉम सेक्टर में युवाओं के लिए काफी मौके बने। एसोचैम की रिपोर्ट के अनुसार में 2014 में जनवरी से जून महीने के बीच दिल्ली एवं एनसीआर में टेलीकॉम सेक्टर में सर्वाधिक 54 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके बाद बेंगलुरु में 38 प्रतिशत और हैदराबाद में 32 प्रतिशत की वृद्धि रही। जून के बाद दिसंबर माह तक भी टेलीकॉम सेक्टर युवाओं के लिए बेहतर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले पांच वर्षों में देश की टेलीकॉम इंडस्ट्री 40 लाख नए जॉब जेनेरेट करेगी।

इंफ्रास्ट्रक्चर: तेज ग्रोथ

पिछले एक दशक में देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का ग्रोथ काफी तेजी से बढ़ा है। रोड और हाइवे, रेलवे, एविएशन, शिपिंग, एनर्जी, पावर जैसे सेक्टर में विकास के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट और स्टेट गवर्नमेंट तेजी से कार्य कर रही है। बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर वर्क की वजह से इसमें स्किल्ड लोगों की काफी डिमांड है। मध्य प्रदेश सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के एक अध्ययन के अनुसार निर्माण, व्यापार और विनिर्माण क्षेत्र में तेज प्रगति से वर्ष 2015 तक देश में लगभग नौ करोड़ नौकरियां सृजित होंगी।

रियल एस्टेट: फैला दायरा

दिल्ली, मुंबई जैसे मेट्रो सिटी से काफी आगे की तरफ बढ़ता हुआ अपार्टमेंट और सोसायटी कल्चर पटना, मुजफ्फरपुर, गोरखपुर, रांची, जमशेदपुर, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, इलाहाबाद जैसे शहरों तक पहुंच गया है। इन छोटे शहरों में काफी तेजी से रियल एस्टेट का काम चल रहा है। तेजी से हो रहे बिल्डिंग निर्माण की वजह से डेवलपर्स बिल्डरों में कॉम्पिटिशन काफी बढ़ गया है। मेट्रो शहर से काफी आगे बढ़ते हुए छोटे शहरों में अपनी पहुंच बनाने के लिए हर दिन डेवलपर्स नए प्रोजेक्ट और ऑफर लेकर आ रहे है। इसका फायदा खरीदार के साथ-साथ स्किल्ड प्रोफेशनल्स को मिल रहा है। रियल एस्टेट का तेजी से बढ़ता दायरा स्किल्ड प्रोफेशनल्स को बेहतर रोजगार दिलाने में अहम भूमिका निभा रहा है। आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में तेजी से विकास होने की संभावना है।

टूरिज्म: ग्लोरियस जॉब

भारत सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना अतुल्य भारत ने देश की पर्यटन इंडस्ट्री को एक नया आयाम देने का काम किया है। इस प्रोजेक्ट से देसी-विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ी है और इनसे लोगों को बेहतर रोजगार के साधन उपलब्ध हुए हैं। इंक्रेडिबल इंडिया से आगे बढ़ते हुए सरकार ने मेक इन इंडिया के तहत भी टूरिज्म इंडस्ट्री को शामिल कर इसके विकास के लिए काम शुरू कर दिए हैं। ऐसे में आने वाले समय में इस क्षेत्र में विकास होने के साथ-साथ रोजगार के बेहतर मौके भी उपलब्ध होंगे।

हेल्थ: बन रहा मेडिकल हब

देश के हेल्थ सेक्टर में काफी तेजी से बदलाव आया है और यह सिलसिला लगातार जारी है। जिस तेज रफ्तार से यहां पर मेडिकल के क्षेत्र में काम हो रहा है, उससे उम्मीद तो यही है कि आने वाले समय में यह दुनिया के प्रमुख मेडिकल हब में से एक होगा। एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2020 तक हेल्थ सेक्टर में चार करोड़ से ज्यादा नई नौकरियों की संभावना दर्ज की गई है। बेहतर और अत्याधुनिक चिकित्सा सेवा उपलब्ध होने की वजह से बड़ी संख्या में विदेशी अपने ट्रीटमेंट के लिए भारत का रुख कर रहे हैं। निजी अस्पतालों के साथ-साथ अब भारत सरकार भी मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र को बढ़ावा दे रही है। अभी प्रमुख रूप से दिल्ली, गुडग़ांव, नोएडा, बेंगलुरु, मुंबई, पुणे, चेन्नई आदि मेडिकल टूरिज्म में अपनी पहचान बना रहे हैं, लेकिन आने वाले समय में देश के अन्य शहरों में भी इसका दायरा फैलेगा।

इंजीनियरिंग: सदाबहार नौकरी

एवरग्रीन माने जाने वाला इंजीनियरिंग फील्ड आज भी युवाओं को रोजगार देने में काफी आगे है। जहां वर्ष 2014 में इस क्षेत्र ने युवाओं के करियर को सुरक्षित करने का काम किया, वहीं वर्ष 2015 में भी यह क्षेत्र रोजगार के लिए बेहतर साबित होगा। वैश्विक कंपनी हे ग्रुप इस क्षेत्र में आने वाले साल में बेहतर रोजगार मौके की संभावना जता रहा है। इंजीनियरिंग फील्ड में नियुक्तियों में उल्लेखनीय इजाफा होगा।

फार्मा : तेजी से हो रहा विकास

काफी तेजी से विकास के रास्ते पर दौड़ रही फार्मा इंडस्ट्री के विकास की रफ्तार में आने वाले सालों में और अधिक तेजी आने की संभावना है। इसमें नये-नये क्षेत्र जुड़ रहे हैं। मेक इन इंडिया प्रोग्राम के अहम सेक्टर के रूप में चिह्नित होने के बाद इस क्षेत्र का दायरा फैलने की संभावना है। आने वाले कुछेक सालों में यह रोजगार देने वाला प्रमुख सेक्टर साबित होगा।

जागरण फीचर

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