डेमकापदा में छह साल से खराब पड़ी जलमीनार

पेयजल की समस्या को लेकर मंझारी प्रखंड के डेमकापदा गांव में अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा के जिला उपाध्यक्ष माधव चंद्र कुंकल की अध्यक्षता में बैठक हुई। ग्रामीणों ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के तहत नीर निर्मल योजना के माध्यम से वर्ष 2013-14 में 8000 लीटर क्षमता वाला पानी टंकी का निर्माण हुआ था।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Aug 2020 07:39 PM (IST) Updated:Fri, 21 Aug 2020 07:39 PM (IST)
डेमकापदा में छह साल से खराब पड़ी जलमीनार
डेमकापदा में छह साल से खराब पड़ी जलमीनार

जासं, चाईबासा : पेयजल की समस्या को लेकर मंझारी प्रखंड के डेमकापदा गांव में अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा के जिला उपाध्यक्ष माधव चंद्र कुंकल की अध्यक्षता में बैठक हुई। ग्रामीणों ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के तहत नीर निर्मल योजना के माध्यम से वर्ष 2013-14 में 8000 लीटर क्षमता वाला पानी टंकी का निर्माण हुआ था। यह जलमीनार मात्र 15 दिन चलने के बाद 6 साल से खराब पड़ी हुई है। कई बार पंचायत के मुखिया, जनप्रतिनिधियों को जलमीनार के मरम्मति के लिए अवगत कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुआ। बैठक कर जलमीनार के मरम्मति के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी मंझारी और पेयजल विभाग के कार्यपालक अभियंता के नाम मांग पत्र सौंपा गया। बैठक में मुख्य रूप से टिकावती देवी, जिन्गी देवी, तरुण पाट पिगुवा, ताजा तामसोय, मोती हरि कुई, सावित्री कूई, बसंती बिरुवा, गणेश पान, मंजू बिरुवा, रंजीत बिरुवा, सुमन तामसोय, मोहन सिंह बिरुवा आदि उपस्थित थे।

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