बड़बिल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रात्रिकालीन आपात सेवा बंद

ओडिशा में बड़बिल स्थित सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रात्रिकालीन आपात सेवा अचानक बंद कर दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 04 Jan 2021 09:30 PM (IST) Updated:Mon, 04 Jan 2021 09:30 PM (IST)
बड़बिल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रात्रिकालीन आपात सेवा बंद
बड़बिल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रात्रिकालीन आपात सेवा बंद

संवाद सूत्र, बड़बिल : ओडिशा में बड़बिल स्थित सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रात्रिकालीन आपात सेवा अचानक बंद कर दी गई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों के अभाव को देखते हुए चिकित्सा प्रभारी डा. फकीर मोहन नायक ने जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अशोक कुमार दास को पत्र लिखकर सीएचसी में रात्रि सेवा बंद करने की सूचना देने के साथ-साथ सीएचसी में सूचना चिपका दी है। बड़बिल सीएचसी प्रभारी डा. फकीर मोहन नायक ने बताया कि सीएचसी में मात्र तीन चिकित्सक मौजूद हैं। डा. प्रनिती टुडू के पिता की तबीयत बिगड़ने से वह अवकाश पर चली गई हैं। दो डाक्टर होने के कारण सुबह से दो बजे तक एक डाक्टर आपातकाल सेवा प्रदान करने के बाद दो बजे से रात नौ बजे तक और सुबह तक मुझे ही ड्यूटी करनी पड़ती है। उसके अतिरिक्त पोस्टमार्टम की जिम्मेदारी भी मुझ पर है और यह पिछले चार महीने में जारी है। परिणाम स्वरूप मेरे स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। हताश और संतोषजनक चिकित्सक नहीं होने पर विवश होकर मैंने सीडीएमओ को पत्र लिखकर सूचित किया। इधर, दोपहर बाद सीडीएमओ बड़बिल सीएचसी पहुंचे और मंगलवार से चंपुआ से एक चिकित्सक को सीएचसी में तैनात करने का आश्वासन दिया है। साथ ही साथ आगामी दिनों के लिए दो चिकित्सकों को 12-12 घंटे सेवा प्रदान करने का फरमान जारी किया है। भाजपाइयों ने रात्रि आपात सेवा शुरू करने को सौंपा ज्ञापन

सीएचसी बड़बिल में रात में आपात सेवा बंद होने की सूचना मिलने पर बड़बिल मंडल के भाजपा नेताओं की एक टीम प्रदेश भाजपा काउंसिल सदस्य देव प्रसाद मिश्रा के नेतृत्व में जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पास पहुंचकर रात्रि कालीन आपात सेवा बंद किए जाने पर निदा करते हुए एक ज्ञापन सौंपा। नेताओं ने 24 घंटे के भीतर सेवा बहाल करने की मांग की अन्यथा आंदोलन पर उतरने की चेतावनी दी। ज्ञापन सौंपने वालों में मंडल अध्यक्ष ब्रजकिशोर साहू, पदमलोचन दास, मोहन कर, गिरीश गोप आदि शामिल थे।

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चिकित्सकों की मनमानी से चरमरा रही स्वास्थ्य सेवाएं : मुरली शर्मा

सीएचसी में रात्रि सेवा बंद किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश कार्यकरिणी सदस्य डा. मुरली मनोहर शर्मा ने कहा है कि क्षेत्र में दर्जनों कल, कारखाने, खाई में पट चुकी नगर के बीचों बीच सड़कों से रात्रि में खानिज पदार्थों का परिवहन के कारण प्रत्येक दिन दुर्घटना से लोग जख्मी या फिर मौत के मुंह में समाते रहे हैं। इसके अलावा प्रदूषण में वृद्धि से आए दिन मरीजों की संख्या में वृद्धि होने जैसी अवस्था में रात्रिकालीन आपात सेवा बन्द होना जिला प्रशासन की अदूरदर्शिता है। बड़बिल सीएचसी में अनुमोदित चिकित्सकों की कुल संख्या आठ है किन्तु वर्तमान में तीन चिकित्सकों से सीएचसी सेवा प्रदान कर रही है और कुछ एक चिकित्सक मनमानी भी चला रहे हैं।

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