याद किए गए बाबू वीर कुंवर सिंह

पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर चाईबासा में बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती मनाई गई। जयंती का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य श्रीकृष्ण कुमार सिंह प्रभारी प्रधानाचार्य अरविंद कुमार पांडेय ने संयुक्त रूप से भारत माता व बाबू वीर कुंवर सिंह के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन व पुष्प अर्पित कर किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Apr 2019 08:11 PM (IST) Updated:Wed, 24 Apr 2019 06:34 AM (IST)
याद किए गए बाबू वीर कुंवर सिंह
याद किए गए बाबू वीर कुंवर सिंह

जासं, चाईबासा : पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर चाईबासा में बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती मनाई गई। जयंती का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य श्रीकृष्ण कुमार सिंह, प्रभारी प्रधानाचार्य अरविंद कुमार पांडेय ने संयुक्त रूप से भारत माता व बाबू वीर कुंवर सिंह के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन व पुष्प अर्पित कर किया। जयंती दो चरण में मनाई गई। प्रथम चरण में कक्षा नन्ही दुनिया से पंचम तक के भैया-बहन तथा दूसरे चरण में कक्षा षष्ट से दशम के भैया-बहन सम्मिलित थे। मौके पर प्रधानाचार्य ने भैया-बहनों को बाबू वीर कुंवर सिंह का जीवन परिचय से अवगत कराते हुए कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी थे। स्वतंत्रता संग्राम के समय उनकी उम्र लगभग 80 वर्ष थी। इस उम्र में भी उनमें अपूर्व साहस बल और पराक्रम था। प्रभारी प्रधानाचार्य ने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह का जन्म उस समय हुआ था जब देश में अंग्रेजी हुकूमत जोरों पर थी। अंग्रेजों ने जमींदारों की जमींदारी छीन ली थी। उनकी कूटनीति चरम पर थी। इससे पीडि़त लोगों को निजात दिलाने का काम बाबू वीर कुंवर सिंह ने ही किया था। प्रवीण कुमार राय ने भोजपुरी गीत प्रस्तुत कर बाबू वीर कुंवर सिंह को याद किया। इसके अतिरिक्त अयोध्या पांडेय सुरेश कुमार ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए। इस पावन मौके पर विद्यालय के भैया-बहनों ने देश भक्ति गीत, एकल गीत, सामूहिक गीत, कविता पाठ आदि कर उनको याद किया और उनके बताए पद चिन्हों पर चलने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का संचालन कक्षा दशम की बहन श्रुति गुप्ता व बहन रितु प्रजापति ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में विद्यालय के आचार्य बंधु भगिनी कक्षा प्रथम से दशम के भैया-बहन उपस्थित थे।

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