डायन के संदेह में महिला को भतीजों ने मार डाला

जागरण संवाददाता, चाईबासा(प.सिंहभूम) :पुलिस ने विगत तीन सप्ताह से लापता अधेड़ महिला शोरदी द

By Edited By: Publish:Sat, 21 Jan 2017 02:47 AM (IST) Updated:Sat, 21 Jan 2017 02:47 AM (IST)
डायन के संदेह में महिला को भतीजों ने मार डाला
डायन के संदेह में महिला को भतीजों ने मार डाला

जागरण संवाददाता, चाईबासा(प.सिंहभूम) :पुलिस ने विगत तीन सप्ताह से लापता अधेड़ महिला शोरदी देवी का सड़ा-गला शव शुक्रवार को बरामद किया। डायन के संदेह में उसी के भतीजों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी थी। इसके बाद साक्ष्य छिपाने के लिए गांव से करीब आधे किलोमीटर की दूरी पर स्थित कांडेगुटू जंगल के पास शव को दफना दिया था। मृतक के बेटे सुखलाल गोप के फर्द बयान पर मृतका के चचेरे भाई अर्जुन गोप, शिबो गोप एवं सिदिऊ गोप को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की निशानदेही पर शोरदी देवी के सड़े-गले शव को पुलिस ने शुक्रवार को बरामद किया। अर्जुन, शिबो एवं सिदिऊ ने शोरदी देवी की हत्या करने की जुर्म को कबूल लिया है। डीएसपी मुख्यालय प्रकाश सोय ने बताया कि तांतनगर ओपी थाना क्षेत्र के खेड़ियाटांगर निवासी 55 वर्षीय महिला शोरदी देवी 28 दिसंबर 2016 से लापता थी। मृतक के बेटे सुखलाल गोप ने 18 जनवरी को ओपी पहुंच कर अपनी मां के लापता होने की शिकायत की थी। उसने मां की हत्या कर दिये जाने का संदेह व्यक्त करते हुए आरोपियों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी थी। पुलिस ने इसे गंभीरता से लेते हुए छानबीन शुरू की। शुक्रवार को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मृतक शोरदी देवी डायन थी जिसके कारण उनके घर वाले अक्सर बीमार रहते थे। 28 दिसंबर को आरोपी अर्जुन गोप की शादी हो रही था। इस मौके पर मृतक शोरदी देवी भी वहां पहुंच खाना-पीना व नाच-गान करने लगी। इसी क्रम में अर्जुन गोप, शिबो गोप और सिदिऊ गोप ने उसकी हत्या करने की योजना बनायी। रात करीब 10 बजे शोरदी देवी अपने घर सोने के लिए चली गयी। शादी समारोह का फायदा उठाते हुए रात के 11 बजे तीनों आरोपी शोरदी देवी के घर पहुंचे और उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद कंधे के सहारे गांव से करीब आधा किलोमीटर दूरी पर स्थित कांडेगुटू जंगल के पास गड्ढ़ा खोद कर उसे दफना दिया। ज्ञात हो कि शोरदी देवी अपने घर में अकेली रहती थी। उसका एक बेटा सुखलाल गोप गुजरात में रहकर मजदूरी करता था। वह मकर पर्व पर 14 जनवरी को अपने गांव पहुंचा था। घर में देखा कि उसकी मां नहीं है।

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