नन्हीं दुनिया से सप्तम के विद्यार्थियों की आनलाइन चलेंगी कक्षाएं : कृष्ण कुमार सिंह

पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर चाईबासा में कक्षा नन्हीं दुनिया से षष्ठम तक के नवीन अभिभावकों की एक गोष्ठी का आयोजन शुक्रवार को किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Apr 2021 07:36 PM (IST) Updated:Fri, 02 Apr 2021 07:36 PM (IST)
नन्हीं दुनिया से सप्तम के विद्यार्थियों की आनलाइन चलेंगी कक्षाएं : कृष्ण कुमार सिंह
नन्हीं दुनिया से सप्तम के विद्यार्थियों की आनलाइन चलेंगी कक्षाएं : कृष्ण कुमार सिंह

जागरण संवाददाता, चाईबासा : पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर चाईबासा में कक्षा नन्हीं दुनिया से षष्ठम तक के नवीन अभिभावकों की एक गोष्ठी का आयोजन शुक्रवार को किया गया। इसका शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य कृष्ण कुमार सिंह एवं प्रभारी प्रधानाचार्य अरविद कुमार पांडेय ने संयुक्त रूप से भारत माता के चित्र पर दीप जलाकर एवं पुष्प अर्पित कर किया। नवीन अभिभावकों को विद्यालय की विधि व्यवस्था, पठन-पाठन एवं संस्कार- संस्कृति आदि से परिचय कराने के उद्देश्य से इस गोष्ठी का आयोजन किया गया। प्रधानाचार्य ने गोष्ठी में आए सभी 76 नए अभिभावकों का हार्दिक स्वागत किया और कहा कि अपना यह विद्यालय विद्या विकास समिति झारखंड द्वारा संचालित एवं झारखंड अधिविद्य परिषद रांची द्वारा मान्यता प्राप्त है। यहां अभी कक्षा नन्हीं दुनिया से सप्तम तक के छात्र-छात्राओं की कक्षाएं आनलाइन चल रही हैं। शेष कक्षा अष्टम से दशम तक के छात्र-छात्राएं सरकार के निर्देशानुसार विद्यालय आकर पठन-पाठन कर रहे हैं। अभी वैश्विक महामारी कोरोना का कहर खत्म नहीं हुआ है। इस स्थिति में पढ़ाई का विकल्प आनलाइन कक्षा ही है। इसमें आप सभी अभिभावकों के सहयोग की अपेक्षा है। आप से आग्रह है कि जब आपके पाल्य आनलाइन कक्षा से जुड़ते हैं तो आप उनके साथ अवश्य बैठें, ताकि उस दौरान उनकों हो रही कठिनाइयों को दूर किया जा सके। उनकी उत्तर-पुस्तिका को विद्यालय आकर समय-समय पर जांच करवाएं। इस नए सत्र में छात्र-छात्राओं का वेश बदल गया है। यह वेश उचित मूल्य पर अधिकृत दुकान पर उपलब्ध है। प्रभारी प्रधानाचार्य ने नए अभिभावकों को आनलाइन कक्षा के विषय में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गूगल मीट एप के माध्यम से हम छात्र-छात्राओं को लिक भेजकर यहां से कक्षा में जोड़ते हैं और वे घर में बैठकर मोबाइल से अध्ययन करते हैं। इस कोरोना काल में अध्ययन- अध्यापन का कोई दूसरा बेहतर विकल्प नहीं है। गत सत्र ऑनलाइन कक्षाएं चली इसमें अभिभावकों का पूरा- पूरा सहयोग मिला। आशा है इस सत्र में भी आप सभी का पूरा सहयोग मिलेगा। इस गोष्ठी का संचालन मंजू श्रीवास्तव और धन्यवाद ज्ञापन जमुना कोया ने किया।

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