सारंडा में सीआरपीएफ सामाजिक दायित्व का कर रही निर्वहन

संवाद सूत्र मनोहरपुर पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत मनोहरपुर प्रखंड के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र स

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Jun 2020 08:25 PM (IST) Updated:Tue, 30 Jun 2020 08:25 PM (IST)
सारंडा में सीआरपीएफ सामाजिक दायित्व का कर रही निर्वहन
सारंडा में सीआरपीएफ सामाजिक दायित्व का कर रही निर्वहन

संवाद सूत्र, मनोहरपुर : पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत मनोहरपुर प्रखंड के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र सारंडा के दीघा गांव में सीआरपीएफ की ई/174 बटालियन की ओर से क्षेत्र में नक्सल अभियान के अतिरिक्त सामाजिक दायित्व का भी बखूबी निर्वहन किया जा रहा है। सीआरपीएफ ई/174 ने दीघा के चुने हुए 20 बच्चो व 10 प्रौढ़ को शिक्षा देने का बीड़ा उठाया है। 20 बच्चों को शिक्षा का संपूर्ण पैकेज प्रदान किया जा रहा है। जिसमें बच्चों की कक्षा प्रोजेक्टर के माध्यम से ली जा रही है। बच्चों को खाना भी खिलाया जा रहा है और पढ़ने के लिए स्टेशनरी भी प्रदान की गई है। इसके साथ ही कोविड 19 को देखते हुए बच्चों को मास्क भी दिए गए हैं। वर्तमान स्थिति में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर कक्षा में ध्यान रखा जा रहा है कि शारीरिक दूरी बनी रहे। इसके साथ ही बच्चों को कॉपी-पेंसिल वाटर बोतल इत्यादि का भी वितरण किया गया। 174 बटालियन प्रथम चरण में गांव के 10 लोगों को प्रौढ़ शिक्षा दे रही है। बटालियन की कम्पनी द्वारा गांव के एक दिव्यांग का भी चयन किया गया है।

-- केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की और से वर्तमान वर्ष मानव सहायक वर्ष घोषित किया गया है। जिसके अंतर्गत दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाना, बच्चों और प्रौढ़ को शिक्षित करना है। सीआरपीएफ का उद्देश्य है कि सभी कार्यक्रम चरणबद्ध तरीके से चलाते हुए गांव के सभी लोगों को साक्षर बनाना है। ये सभी सामाजिक कार्य ई/174 वाहिनी के कम्पनी कमांडर मनोज कुमार के नेतृत्व में बखूबी पूर्ण हो रहे हैं।

-डॉ. प्रेमचंद्र, कमांडेंट, 174 बटालियन।

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