संक्रामक बीमारी है यक्ष्मा : डॉ. सीए खाखा

सिमडेगा: मंडलकारा में शुक्रवार को विश्व यक्ष्मा दिवस के अवसर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस दौ

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Mar 2017 08:03 PM (IST) Updated:Fri, 24 Mar 2017 08:03 PM (IST)
संक्रामक बीमारी है यक्ष्मा : डॉ. सीए खाखा
संक्रामक बीमारी है यक्ष्मा : डॉ. सीए खाखा

सिमडेगा: मंडलकारा में शुक्रवार को विश्व यक्ष्मा दिवस के अवसर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान शिविर में मुख्य रूप से उपस्थित डा. सीए खाखा ने कैदियों को जानकारी देते हुए बताया कि यक्ष्मा एक संक्रामक बीमारी है, जिससे प्रत्येक तीन मिनट में दो व्यक्ति की मौत देशभर में होती है। उन्होंने बताया कि एक संक्रमित रोगी 10 से 15 लोगों में इस रोग को फैला सकता है। इसलिए जागरूकता से ही इससे बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार की वैसी खांसी जो दो सप्ताह से अधिक हो गई है तो रोगी को तुरंत बलगम की जांच अस्पताल में जाकर करवानी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि उक्त बीमारी का इलाज राज्य भर के सभी सरकारी अस्पताल, पीएचसी व सीएचसी में मुफ्त में उपलब्ध है। वहीं डा. सुजीत मुर्मू ने बताया कि यक्ष्मा बीमारी की दवा सहिया अथवा आंगनबाड़ी सेविका के देखरेख में नियत समय पर दी जाती है। उन्होंने कहा कि उक्त बीमारी का समय से इलाज नहीं होने से रोगी की मौत भी हो सकती है। उन्होंने सभी से यक्ष्मा के प्रति जागरूक होने की बात कही। कार्यक्रम के दौरान कई संदिग्ध मरीजों का बलगम का सैंपल भी लिया गया। इस दौरान टीबी से मुक्ति, झारखंड की तरक्की का स्लोगन भी दिया गया। मौके पर जेलर ललन कुमार भारती, मनोज कुमार ओझा, देवेश कुमार ¨सह, संतोष कुमार पंडा, अशोक कुमार महतो आदि मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी