बॉटम : बारिश के बाद खेतों में शुरु हुई धान की रोपनी

सरायकेला-खरसावां जिले में जुलाई के प्रथम सप्ताह में 40.9 मिमी. बारिश दर्ज की गई। बारिश के बाद कृषि संबंधी कार्यो में तेजी आ गई है। खेतों में हरे-हरे धान के पौधे लहलहा रहे हैं। छींटा की बोआई के बाद अब किसान धान की रोपनी कर रहे हैं। - जुलाई के प्रथम सप्ताह में जिले में 40

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 07:25 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 06:12 AM (IST)
बॉटम : बारिश के बाद खेतों में शुरु हुई धान की रोपनी
बॉटम : बारिश के बाद खेतों में शुरु हुई धान की रोपनी

फोटो संख्या 01 : खेत में धान की रोपनी करती महिलाएं। - जुलाई के प्रथम सप्ताह में जिले में 40.9 मिमी. हुई बारिश

जागरण संवाददाता, सरायकेला : सरायकेला-खरसावां जिले में जुलाई के प्रथम सप्ताह में 40.9 मिमी. बारिश दर्ज की गई। बारिश के बाद कृषि संबंधी कार्यो में तेजी आ गई है। खेतों में हरे-हरे धान के पौधे लहलहा रहे हैं। छींटा की बोआई के बाद अब किसान धान की रोपनी कर रहे हैं। जिले में पिछले माह से कभी हल्की बारिश तो कभी मूसलधार बारिश हो रही थी। चूंकि जिले का मुख्य उपज धान है। धान की खेती के लिए जून में बारिश की आवश्यकता होती है। जून माह में बारिश की उम्मीद लगाए किसान रोहिणी नक्षत्र में धान की बुआई करते हैं। इस बार मई के अंतिम सप्ताह में बारिश होने के बाद किसानों ने खेत तैयार कर रोहिणी नक्षत्र में धान की बोआई की। समय पर मानसून के आगमन से जून में अच्छी बारिश हुई। बारिश के बाद कृषि कार्य में तेजी आई है। कहीं कढ़ान हो रहा है तो कहीं रोपनी।

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सामान्य से 66 मिमी. अधिक हुई बारिश

जिला कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जून माह में सामान्य बारिश की तुलना में 66 मिमी. अधिक बारिश हुई। अब कढ़ान व रोपनी के लिए खेतों में पानी की जरुरत है। जुलाई के प्रथम सप्ताह में तीन दिनों तक मौसम सामान्य रहा। चार जुलाई से बारिश शुरू हो चुकी है। मंगलवार तक जिले में औसतन 40.9 मिमी. बारिश दर्ज की गई। सात जुलाई तक सरायकेला प्रखंड में 65.4 मिमी., खरसावां में 48.2 मिमी., कुचाई में 24.4 मिमी., गम्हरिया 26.2 मिमी., राजनगर में 35.0 मिमी., चांडिल में 44.2 मिमी., नीमडीह में 59.2 मिमी., ईचागढ़ में 43.6 मिमी. व कुकडु में 14.7 मिमी. बारिश दर्ज की गई।

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