सरकारी अनाज की ढुलाई में मानकों की अनदेखी
जागरण संवाददाता साहिबगंज जिले में सरकारी अनाज की ढुलाई में निर्धारित मानकों का पालन
जागरण संवाददाता, साहिबगंज : जिले में सरकारी अनाज की ढुलाई में निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। कुछ साल पूर्व अनाज की ढुलाई में जीपीएस लगे वाहनों के प्रयोग का निर्णय लिया गया था लेकिन आज तक उसे अनिवार्य नहीं किया गया। इस वजह से सरकारी अनाजों की कालाबाजारी होती है। अगर जीपीएस लगे वाहन का उपयोग होता तो बोरियो वाली घटना नहीं होती। उधर, जानकारों की मानें तो बोरियो में चावल जब्ती मामले में ट्रांसपोर्टर अलग-अलग बयान विभाग को दे रहा है। इस वजह से कालाबाजारी की आशंका को और बल मिल रहा है। बताया जाता है कि अनाज के उठाव व वितरण की सारी जानकारी अब ऑनलाइन है। ऐसे में एक गोदाम से निकला चावल दूसरे गोदाम में नहीं पहुंचा तो सिस्टम की पकड़ में क्यों नहीं आया? एफसीआइ के गोदाम से चावल निकलने के बाद राज्य खाद्य निगम के संबंधित गोदाम के प्रभारी को मैसेज जाता है। अगर गोदाम प्रभारी को मैसेज गया और चावल वहां नहीं पहुंचा तो उसने इस संबंध में ट्रांसपोर्टर से पूछताछ क्यों नहीं की यह भी बड़ा सवाल है। बताया जाता है कि जिस जगह से पुलिस ने ट्रक को जब्त किया वहां से एक सड़क तीनपहाड़ होते हुए पश्चिम बंगाल भी जाती है। ऐसे में इस आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है कि चावल को कहीं और ले जाने की योजना थी। उधर, डीसी रामनिवास यादव के निर्देश पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी जयदीप तिग्गा ने अपनी जांच रिपोर्ट उन्हें सौंप दी है। इसमें भी मामले को संदेहास्पद बताया गया है। जांच रिपोर्ट के अध्ययन के बाद डीसी ने कुछ और विदुओं पर जांच करने का निर्देश डीएसओ को दिया है। जानकारों की मानें तो अब तक मिले साक्ष्य के आधार पर ट्रांसपोर्टर व इस मामले से जुड़े कुछ लोगों पर कार्रवाई तय है।
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डीएसओ को कुछ और बिदुओं पर जांच करने को कहा गया है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद इस संबंध में कुछ भी कहा जा सकता है।
रामनिवास यादव, डीसी, साहिबगंज