निर्जला एकादशी पर जुटे सैकड़ों कृष्ण भक्त

संवाद सहयोगी तालझारी (साहिबगंज) निर्जला एकादशी पर सोमवार को विश्व प्रसिद्ध कन्हैयास्थान इस्का

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 07:01 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 07:01 PM (IST)
निर्जला एकादशी पर जुटे सैकड़ों कृष्ण भक्त
निर्जला एकादशी पर जुटे सैकड़ों कृष्ण भक्त

संवाद सहयोगी, तालझारी (साहिबगंज) : निर्जला एकादशी पर सोमवार को विश्व प्रसिद्ध कन्हैयास्थान इस्कॉन मंदिर में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पूजा की। शाम चार बजे से भजन-कीर्तन व प्रवचन किया गया। संध्या समय तुलसी आरती व नृसिंह देव की आरती की गई।

प्राण जीवन चैतन्य दास ब्रह्मचारी ने बताया कि ऐसे तो हर महीने में दो एकादशी होती है जिसमें श्रद्धालु भक्तजन उपवास रख भगवान की पूजा करते हैं, लेकिन जो व्यक्ति महीने में दो बार उपवास रख एकादशी नहीं कर सकते है वैसे लोग वर्ष में एक बार ही निर्जला एकादशी का व्रत कर शेष सभी 23 एकादशी का फल प्राप्त कर सकते है। इसलिए इस दिन काफी संख्या में श्रद्धालु लोग एकादशी व्रत करते हैं। सोमवार को इस मौके पर काफी संख्या में श्रद्धालु मंदिर आये और पूजा की है। इससे मंदिर परिसर में भक्तिमय का माहौल बना रहा। मंडरो में महिलाओं ने रखा व्रत

संवाद सहयोगी, मंडरो : मिर्जाचौकी में दर्जनों महिलाओं ने सोमवार को निर्जला एकादशी का व्रत किया। महिलाओं ने भगवान विष्णु की कथा सुनी और 101 दिए जलाए।

इस संबंध में सुप्रिया वर्णवाल ने बताया कि ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी कहा जाता है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार साल की सभी 24 एकादशियों में निर्जला एकादशी का सबसे ज्यादा महत्व होता है। निर्जला एकादशी का व्रत रखने से धर्म, अर्थ, यश और मोक्ष की प्राप्ति भी होती है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार निर्जला एकादशी करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। मौके पर सुप्रिया वर्णवाल, जानकी देवी, किरण देवी, कंचन देवी, लीला देवी, हीना देवी आदि महिलाएं थीं।

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