भीड़ में जगह बनाने में मदद करती है अभिव्यक्ति की क्षमता

रांची : डीपीएस राची में गुरुवार को ह्यूमन लाइब्रेरी का एक सत्र आयोजित किया गया। अतिथि वक्ता एवं एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा से इलेक्ट्रॉनिक्स की पूर्व सहायक प्रोफेसर नम्रता रघुवंशी ने छात्रों को सलाह दी कि वे स्वयं को व्यक्त करने में संकोच न करें। क्योंकि यह अभिव्यक्ति की क्षमता भीड़ में जगह बनाने में आपको मदद करती है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Aug 2018 08:45 AM (IST) Updated:Fri, 03 Aug 2018 08:45 AM (IST)
भीड़ में जगह बनाने में मदद करती है अभिव्यक्ति की क्षमता
भीड़ में जगह बनाने में मदद करती है अभिव्यक्ति की क्षमता

रांची : डीपीएस राची में गुरुवार को ह्यूमन लाइब्रेरी का एक सत्र आयोजित किया गया। अतिथि वक्ता एवं एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा से इलेक्ट्रॉनिक्स की पूर्व सहायक प्रोफेसर नम्रता रघुवंशी ने छात्रों को सलाह दी कि वे स्वयं को व्यक्त करने में संकोच न करें। क्योंकि यह अभिव्यक्ति की क्षमता भीड़ में जगह बनाने में आपको मदद करती है। रांची : डीपीएस राची में गुरुवार को ह्यूमन लाइब्रेरी का एक सत्र आयोजित किया गया। अतिथि वक्ता एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा से इलेक्ट्रॉनिक्स की पूर्व सहायक प्रोफेसर नम्रता रघुवंशी थीं।

उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे स्वयं को व्यक्त करने में संकोच न करें। क्योंकि यह अभिव्यक्तिशील क्षमता है जो भीड़ में जगह बनाने में आपको मदद करती है। उन्होंने कहा कि लक्ष्य की प्राप्ति में आत्म-अनुशासन और कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि हमेशा अच्छी गतिविधियों में शामिल रहने की जरूरत है। हमें खुद को पूर्णता के करीब लाने के लिए सक्रिय होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि अधिक अभ्यास जीवन की कठिनाइयों को संभालने में एक व्यक्ति को कुशल बनाता है। माता-पिता केवल दिशा देने में मदद कर सकते हैं, लेकिन असल जिंदगी में बच्चा ही होता है जिसे वास्तव में सफलता के लिए काम करना होता है। उन्होंने जीवन में कठिनाई के बिना कुछ हासिल नहीं किया जा सकता है। कक्षा ग्यारह के छात्रों से बात करते हुए उन्होंने विफलता के महत्व की व्याख्या की । उन्होंने समझाया कि इन दिनों ध्यान को केंद्रित रखना बहुत महत्वपूर्ण है और हमेशा अच्छी गतिविधियों में शामिल रहने की जरुरत है।

उन्होंने सभी को एक ऐसा करियर चुनने की सलाह दी जिसमें एक बच्चे की दिलचस्पी है। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की विभिन्न विशेषताओं को समझाया। उन्होंने यह भी सलाह दी कि किसी को संबंधित क्षेत्र में नवीनतम अपडेट के लिए हमेशा यूजीसी वेबसाइटों का संदर्भ लेना चाहिए।

स्कूल के प्रिंसिपल डॉ राम सिंह ने छात्रों के साथ समय बिताने और जीवन और करियर की संभावनाओं के बारे में जानकारी दी।

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