झारखंड में सुधरी महिलाओं की सेहत, MMR 76 से घटकर हुआ 71; पढ़ें सर्वे की रिपोर्ट

Women Health improved in Jharkhand सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे (एसआरएस) आंकड़ों के अनुसार झारखंड में प्रसव के दौरान मातृत्व मृत्यु अनुपात 71 दर्ज किया गया है जो पिछली बार से 5 कम है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Thu, 16 Jul 2020 10:31 PM (IST) Updated:Fri, 17 Jul 2020 05:04 AM (IST)
झारखंड में सुधरी महिलाओं की सेहत, MMR 76 से घटकर हुआ 71; पढ़ें सर्वे की रिपोर्ट
झारखंड में सुधरी महिलाओं की सेहत, MMR 76 से घटकर हुआ 71; पढ़ें सर्वे की रिपोर्ट

रांची, राज्य ब्यूरो। कोरोना की भयावहता के बीच झारखंड के लिए अच्छी खबर है। यहां महिलाओं की सेहत में सुधार हुआ है। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि यहां मातृत्व मृत्यु अनुपात अर्थात एमएमआर में कमी आई है। यह अनुपात राज्य में 76 से घटकर 71 हो गया है। इसी माह जारी सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे (एसआरएस) आंकड़ों के अनुसार झारखंड में प्रसव के दौरान मातृत्व मृत्यु अनुपात 71 दर्ज किया गया है, जो पिछली बार (2015-2017 में) जारी सर्वे के आंकड़ों की तुलना में पांच कम है।

सबसे बड़ी बात यह है कि यह राष्ट्रीय अनुपात 113 से से काफी कम है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, झारखंड देश भर में अनुपात कम करने वाले राज्यों की श्रेणी में छठे स्थान पर आ गया है। यहां 6.6 फीसद गिरावट दर्ज की गई है। विभाग के प्रधान सचिव डाॅ0 नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा है कि जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान और लक्ष्य कार्यक्रम की लगातार निगरानी और अनुश्रवण का परिणाम है कि मातृ मृत्यु अनुपात में कमी आई है।

उन्होंने कहा है कि हमें और ज्यादा काम करना होगा ताकि झारखंड का मातृत्व मृत्यु दर इससे और बेहतर हो सके। वहीं, अभियान निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान डाॅ0 शैलेश कुमार चौरसिया ने कहा है कि मातृ मृत्यु अनुपात को कम करने में भी झारखंड के सभी जिलों का प्रयास सराहनीय है। हालांकि जिलों में हो रही मृत्यु के अंतर को भी कम करना होगा। 

ऐसे हुआ एमएमआर में सुधार

2004-06 : 312 2007- 08 : 261 2010-12 : 219 2011-13 : 208 2014- 16 : 165 2015-17 : 76 2016-18 : 71

राज्यों की स्थिति असम : 215 उत्तर प्रदेश : 197 मध्य प्रदेश : 173 राजस्थान : 164 ओडिशा : 150 बिहार : 149 झारखंड : 71

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