बेतला नेशनल पार्क में जंगली हथिनी की मौत, सड़क के किनारे मिला शव Latehar News

Jharkhand News. सुबह गश्त पर निकले वनकर्मियों ने देखा और आलाधिकारियों को सूचना दी। मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही खुलासा हो पाएगा।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 14 Jul 2020 12:47 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jul 2020 12:58 PM (IST)
बेतला नेशनल पार्क में जंगली हथिनी की मौत, सड़क के किनारे मिला शव Latehar News
बेतला नेशनल पार्क में जंगली हथिनी की मौत, सड़क के किनारे मिला शव Latehar News

लातेहार, जासं। पलामू व्याघ्र परियोजना क्षेत्र अंतर्गत बेतला नेशनल पार्क में सोमवार की रात एक जंगली हाथी की मौत हो गई। मंगलवार की सुबह गश्त पर निकले वनकर्मियों ने हाथी का शव देखकर घटना की जानकारी वन विभाग के वरीय अधिकारियों को दी। हाथी का शव बेतला-महुआडांड़ मुख्य मार्ग के किनारे बीसी-वन के जंगलों में मिला। इस स्थान को मुरकटी के नाम से भी जाना जाता है।

स्थानीय वन विभाग के पदाधिकारियों ने कहा कि मौत के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इसका खुलासा हो पाएगा। सूचना मिलने पर वन विभाग के वरीय अधिकारी बेतला नेशनल पार्क आने वाले हैं। वहीं मेडिकल टीम को भी बेतला बुलाया गया है।

बता दें कि इससे पहले भी बेतला नेशनल पार्क में एक बाघिन और दो बायसन की मौत अज्ञात कारणों से हो गई थी। इधर, हाथी की मौत के बाद पलामू टाइगर रिजर्व से जुड़े लोग चिंतित हैं। पलामू टाइगर रिजर्व में इसके पहले भी कई हाथियों की असमय मौत हो चुकी है।

वन विभाग के अधिकारी पहुंचे बेतला पार्क

मामले की जानकारी मिलने पर पलामू व्याघ्र परियोजना क्षेत्र के डायरेक्टर वाइके दास और डीएफओ कुमार अशीष, वफर एरिया के डीएफओ मुकेश कुमार, प्रशिक्षु आइएफएस बंकर, रेंजर प्रेम प्रसाद, वनपाल उमेश दुबे घटनास्थल पर पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि हथिनी की मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है। हथिनी की उम्र 16 वर्ष के करीब लग रही है। देखने से लगता है कि हथिनी अपने झुंड से अलग होकर चल रही होगी। बरसात का मौसम है। किसी जहरीले जंतु के काटने से भी मौत हो सकती है। लेकिन जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक स्पष्ट तौर पर मौत के कारणों को नहीं बताया जा सकता है।

अधिकारियों की निगरानी में हुआ पोस्टमार्टम

हथिनी की मौत की सूचना पाकर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में हथिनी का पोस्टमार्टम घटनास्थल के समीप ही किया गया। हथिनी का पोस्टमार्टम डा. चंदन कुमार व उनके सहयोगियों की टीम ने किया। इसके साथ ही हथिनी के कई अंगों को फारेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा गया।

विधायक ने मुख्यमंत्री से की जांच की मांग

हथिनी की मौत की सूचना मिलने पर स्थानीय विधायक रामचंद्र सिंह ने कहा कि बेतला नेशनल पार्क में जंगली जानवरों की मौत काफी तकलीफदेह है। इस मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग की जाएगी।

'वर्तमान छत्तीसगढ़ के इलाके से जंगली हाथियों के झुंड का मूवमेंट इस इलाके के जंगलों में हुआ है। संभावना है कि मृत हथिनी किसी कारणवश अपने झुंड से भटक गई होगी क्योंकि पास में ही हाथियों के झुंड का पदचिन्ह देखा गया है। बरसात के कारण जहरीले जंतु के भी काटने की आशंका है। फिलवक्त पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।' -वाई. के दास, डायरेक्टर, पलामू व्याघ्र परियोजना क्षेत्र।

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