यूनियन बैंक के कर्मचारी यूनियन ने रांची में दिया धरना, सर्वोच्च लाभ की कर रहे मांग
Bank Strike News Jharkhand यूनियन के महामंत्री राजेश जायसवाल ने कहा कि नवनियुक्त कर्मचारियों को सेवा में योगदान की तिथि से हर्मोनाइजेशन का सभी लाभ मिलना चाहिए। स्थानांतरण नीति एवं हायर असाइनमेंट नीति में कर्मचारी विरोधी संशोधन रद्द करने की जरूरत है।
रांची, जासं। यूनियन बैंक के कर्मचारियों ने ज्वाइंट फोरम ऑफ यूनियन बैंक के आह्वान पर यूनियन बैंक एफजीएमओ एवं क्षेत्रीय कार्यालय रांची के समक्ष धरना दिया। इस धरना में झारखंड राज्य के कोने-कोने से बैंक कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। इस धरना का आयोजन पूरे देश में एक साथ एक समय पर किया जा रहा है। यूनियन के महामंत्री राजेश कुमार जायसवाल ने बताया कि हमारी मुख्य मांग है कि तीनों बैंकों (यूनियन बैंक, आंध्रा एवं कॉरपोरेशन बैंक) में कर्मचारियों को मिलने वाले सर्वोच्च लाभ को एक अप्रैल 2020 से लागू किया जाए।
सरकार के द्वारा इसे 4 जनवरी 2024 से किया जा रहा है। यह कहीं से भी तर्कसंगत फैसला नहीं है। राजेश कुमार जायसवाल ने कहा कि नवनियुक्त कर्मचारियों को सेवा में योगदान की तिथि से हार्मोनाइजेशन का सभी लाभ मिलना चाहिए। साथ ही, स्थानांतरण नीति एवं हायर असाइनमेंट नीति मे सभी कर्मचारी विरोधी संशोधन रद्द करने की भी जरूरत है। उन्होंने बताया कि स्थानांतरण की नीति में भी संशोधन की जरूरत है।
इसके तहत नवनियुक्त कर्मचारियों का स्थानांतरण अनुरोध करने में एक वर्ष तक की लगी पाबंदी को पूरी तरह से हटा देना चाहिए। बैंक को अंशकालिक सफाईकर्ता को पूर्णकालिक सफाईकर्ता में परिवर्तन करने की भी हमारी मांग प्रमुख है। विशेष सहायक के सृजन पदों पर लगी पाबंदी हटाना भी बैंक के काम में तेजी लाने के लिए जरूरी है। इसके साथ ही हमारी वर्षों से मांग रही है कि कैजुअल एवं दैनिक वेतन कर्मचारियों की नीति में एकरूपता लाई जाए। इस धरना कार्यक्रम को राजेश कुमार जयसवाल, शंकर दयाल, जे गुड़िया, विजया एक्का, एमएल सिंह, केआर चौधरी, दीपक कुमार, राजकुमार रजक, विनोद कुमार आदि ने संबोधित किया।