अब नहीं सुनाई देगी सुंदरी की दहाड़, देश की दो उम्रदराज शेरनियों ने एक ही दिन तोड़ा दम

सुंदरी का पोस्टमार्टम करने वाले पशु चिकित्सक डॉ. एमके गुप्ता ने कहा कि अधिक उम्र हो जाने के कारण सुंदरी के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।

By Sachin BajpaiEdited By: Publish:Wed, 09 Jan 2019 10:07 PM (IST) Updated:Thu, 10 Jan 2019 02:14 PM (IST)
अब नहीं सुनाई देगी सुंदरी की दहाड़, देश की दो उम्रदराज शेरनियों ने एक ही दिन तोड़ा दम
अब नहीं सुनाई देगी सुंदरी की दहाड़, देश की दो उम्रदराज शेरनियों ने एक ही दिन तोड़ा दम

जेएनएन, रांची: अजीब इत्तफाक है कि देश की दो सबसे उम्र दराज शेरनियों ने एक ही दिन दम तोड़ दिया। रांची के बिरसा जैविक उद्यान में शेरनी सुंदरी की मौत हुई है तो मध्य प्रदेश के ग्वालियर चिडिय़ाघर में शेरनी रानी की। दोनों ने देश के अलग-अलग चिडिय़ाघरों में भले अंतिम सांस ली लेकिन इत्तफाक ऐसा कि इन शेरनियों ने एक ही वर्ष जन्म लिया था। दोनों की ही उम्र 24 वर्ष थी। वर्षों तक जंगल की ये दो रानियां चिडिय़ाघर में दर्शकों की चहेती बनी रहीं। बुधवार को इनके निधन की सूचना मिलने के बाद पशुप्रेमियों में उदासी छाई है। 

सुंदरी का पोस्टमार्टम करने वाले पशु चिकित्सक ने डॉ. एमके गुप्ता ने कहा कि अधिक उम्र हो जाने के कारण सुंदरी के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। मौत का मुख्य कारण फेफड़े की बीमारी रही। जू के निदेशक डी वेंकटेश्वरलु ने बताया कि सुंदरी पिछले दो वर्षों से बीमार चल रही थी। उसका इलाज जू के चिकित्सक डॉ. अजय कुमार कर रहे थे। मंगलवार को अचानक सुंदरी की तबीयत बिगड़ी, तो रांची से पशु चिकित्सक डॉ. डीके ठाकुर को बुलाया गया। इलाज के क्रम में ही सुंदरी की मौत हो गई।

सम्राट सर्कस से रेस्क्यू हुई थी सुंदरी 

सुंदरी को 2004 में सम्राट सर्कस से रेस्क्यू किया गया था। उस समय उसकी उम्र साढ़े नौ साल थी। सामान्यत: शेर प्रजाति की उम्र चौदह से सोलह साल होती है। चिडिय़ाघर के परिवेश में बीस से बाइस साल जीवनकाल देखा गया है। सुंदरी चौबीस साल तक जिंदा रही। बिरसा जू में अब शेर प्रजाति में एक नर (शशांक) व दो मादा (प्रियंका व नंदिनी) रह गए हैं।

अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने सुंदरी को लिया था गोद 

झारखंड की बेटी अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने ओरमांझी स्थित बिरसा मुंडा जैविक उद्यान की शेरनी 'सुंदरी को 2012 में एक साल के लिए गोद लिया था। 2011 में प्रियंका ने उद्यान की ही बाघिन 'दुर्गा को भी एक साल के लिए गोद लिया था। अवधि समाप्त होने के बाद प्रियंका की मां मधु मालती चोपड़ा अपने रिश्तेदारों के साथ उद्यान आई थीं और पुन: शेरनी सुंदरी को गोद लेने के लिए औपचारिकताएं पूरी की थी। गोद लेने के बाद प्रियंका चोपड़ा ने जू प्रबंधन को संदेश भेजा था कि मानव जाति के सरंक्षण के लिए वन्य प्राणियों का संरक्षण आवश्यक है। मैं झारखंड में पली बढ़ी हूं, इसलिए मेरी कामना है कि वन्य प्राणी संरक्षण में झारखंड नंबर एक राज्य बने।

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