रांची से प्रमुख शहरों के लिए नियमित एयर-रेल कनेक्टिविटी की है जरूरत

रांची से चेन्नई के लिए वायु सेवा को मंजूरी देने के साथ ही मुंबई अहमदाबाद के लिए कनेक्टिविटी की जरूरत महसूस की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 09:06 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 09:06 AM (IST)
रांची से प्रमुख शहरों के लिए नियमित एयर-रेल कनेक्टिविटी की है जरूरत
रांची से प्रमुख शहरों के लिए नियमित एयर-रेल कनेक्टिविटी की है जरूरत

जासं, रांची : रांची से चेन्नई के लिए वायु सेवा को मंजूरी देने के साथ ही मुंबई, अहमदाबाद एवं दिल्ली के लिए कुछ विमान सेवाओं को पुन: आरंभ करने पर झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए एयरपोर्ट निदेशक के प्रति आभार प्रकट किया है। चैंबर के सिविल एविएशन उप समिति चेयरमेन दिनेश प्रसाद साहू ने कहा कि अनलॉक के उपरांत प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को धीरे-धीरे रफ्तार मिल रही है, कितु एक तरफ जहां रेल सेवाएं बाधित हैं, वहीं पर्याप्त एयर कनेक्टिविटी के अभाव में लोगों को अनावश्यक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उचित होगा कि सुरक्षा मानकों का कठोरतापूर्वक पालन कराते हुए राज्य से प्रमुख शहरों के लिए हवाई सेवा आरम्भ की जाए। अभी भी रांची से कई प्रमुख शहरों के लिए नियमित विमान सेवा उपलब्ध नहीं है। उन्होंने पुन: नागर विमानन मंत्रालय से आग्रह किया कि कोलकाता, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू और पटना के लिए रांची से विमानों की संख्या बढ़ाई जाय ताकि आवागमन में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो। इसी प्रकार वर्तमान में रांची से भुवनेश्वर एवं रायपुर के लिए विमान सेवा उपलब्ध नहीं होने के कारण विद्यार्थियों व व्यापारियों को कठिनाई हो रही है। यह देखें तो झारखंड से अधिकाधिक संख्या में व्यापारी व उद्यमी व्यवसायिक कार्यों से तथा विद्यार्थी शैक्षणिक कार्यों से भुवनेश्वर व रायपुर आवागमन करते हैं। फ्लाइट की अनुपलब्धता के कारण लोगों को कठिनाई हो रही है। यह आग्रह किया गया कि बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से विमान सेवा का परिचालन सामान्य किया जाय और फ्लाइट की संख्या बढ़ाई जाय।

इसी प्रकार भारतीय रेल द्वारा वर्तमान में परिचालित स्पेशल ट्रेनों के धीरे-धीरे बंद होने से लोगों के समक्ष उत्पन्न होनेवाली कठिनाइयों देखते हुए चैंबर महासचिव धीरज तनेजा ने रेल मंत्रालय को पत्र प्रेषित कर कहा कि वर्तमान में झारखंड से परिचालित ट्रेनों की संख्या पर्याप्त नहीं है। वहीं, अब धीरे-धीरे इन ट्रेनों को बंद करने से लोगों को आवागमन में कठिनाई हो सकती है क्योंकि लॉकडाउन की एक लंबी अवधि के बाद अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। वैवाहिक सीजन का समय भी चल रहा है, ऐसे में ट्रेनों को बंद कर दिए जाने की स्थिति में काफी कठिनाई होगी। उन्होंने आग्रह किया कि भारतीय रेल द्वारा प्रदेश में परिचालित स्पेशल ट्रेनों को सामान्य तौर पर चलाया जाए।

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