सिनोड ने बिशप बास्के का जबरन लिया गया इस्तीफा किया नामंजूर

सीएनआई चर्च के बिशप बीबी बास्के के इस्तीफा को दिल्ली स्थित सिनोड ने नामंजूर कर दिया है। इसके पहले बिशप से स्पष्टीकरण मांगा गया था।

By Edited By: Publish:Sun, 24 Mar 2019 02:01 AM (IST) Updated:Sun, 24 Mar 2019 08:49 AM (IST)
सिनोड ने बिशप बास्के का जबरन लिया गया इस्तीफा किया नामंजूर
सिनोड ने बिशप बास्के का जबरन लिया गया इस्तीफा किया नामंजूर

रांची, जासं। सीएनआई चर्च के बिशप बीबी बास्के के इस्तीफा को दिल्ली स्थित सिनोड ने अमान्य करार दिया है। बिशप बीबी बास्के और छोटानागपुर डायसिस एजुकेशन सोसाइटी(सीडीइएस) के सचिव जयंत अग्रवाल से समाज के लोगों ने जबरन इस्तीफा लिया था। इस्तीफे की कॉपी सीएनआई चर्च की सर्वोच्च संस्था दिल्ली स्थित सिनोड भेजी गई थी। मामला सामने आने के बाद सिनोड ने बिशप से स्पष्टीकरण मांगा था। इस पर बिशप ने स्पष्टीकरण देते हुए अपना पक्ष रखा। जिसमें उन्होंने कहा कि उनसे जबरदस्ती इस्तीफा पत्र पर हस्ताक्षर लिया गया। इस पर सिनोड ने उनके इस्तीफे को रिजेक्ट कर दिया।

अब जांच तक बिशप अपने पद पर बने रह सकते हैं। जाच के लिए पक्ष और विपक्ष एवं निष्पक्ष लोगों की एक टीम बनायी गयी है, जिसमें 20 सदस्य हैं। इनकी जाच के बाद रिर्पोट सिनोड भेजी जायेगी। जांच रिपोर्ट में दोषी पाये जाने पर दोनों के खिलाफ कार्रवाई होगी। बिशप बास्के हुए भूमिगत : इधर विरोध को देखते हुए बिशप बीबी बास्के भूमिगत हो गए। वे किसी से नहीं मिल रहे हैं। यहां तक कि शनिवार को प्रार्थना के लिए चर्च भी नहीं गए।

बताया जा रहा है कि दोबारा विरोध की आशंका को देखते हुए प्रार्थना से दूर रहे। बहुबाजार स्थित डायसिस सचिव के कार्यालय में दिनभर ताला झूल रहा था। संत पॉल कॉलेज में पठन-पाठन तो चल रहा था लेकिन सचिव जयंत अग्रवाल का कार्यालय बंद था। चर्च एवं एजुकेशन संस्था से जुड़े एक भी लोग इस विषय पर बोलने को तैयार नहीं थे। बहुबाजार स्थित चर्च में आने-जाने वालों पर नजर रखी जा रही थी। हालांकि, चर्च आने-जाने वालों को रोका नहीं गया।

क्या था मामला : बीते 20 मार्च को संत बरनाबास अस्पताल में चल रही बैठक में बड़ी संख्या में समाज के लोग आ धमके। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लोग बिशप और जयंत अग्रवाल से काफी नाराज थे। हो-हंगामे के बाद लोगों ने बिशप और जयंत अग्रवाल का जबरन इस्तीफा ले लिया। इस मामले में जयंत अग्रवाल की पत्‍‌नी सेलीश अग्रवाल और बिशप की ओर से लोअर बाजार थाना में मारपीट-छितनई का मामला दर्ज कराया गया है।

बिशप प्रार्थना करने आयेंगे तो होगा विरोध : भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बिशप और जयंत अग्रवाल का विरोध कर रहे काफी लोग शनिवार को बहुबाजार स्थित चर्च के पास जुटे। लोगों का कहना था कि बिशप जयंत अग्रवाल के भ्रष्टाचार को नजरअंदाज कर रहे हैं। बिशप प्रार्थना करने चर्च आयेंगे तो विरोध का सामना करना पड़ेगा। सिनोड को पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है। इसपर सिनोड जल्द निर्णय लेगी।

गुमराह करना बंद कर विकास में योगदान देने की अपील : शनिवार को डायसिस सचिव रेव्ह जोलजस कुजूर ने अफवाह फैलाने वालों को समाज व कलीसिया के विकास में सहयोग देने की अपील की। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों सीएनआई चर्च में संत बरनाबास अस्पताल को लेकर हुए विवाद के बाद सदस्यों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है। जबकि संत बरनाबास अस्पताल को डायसिस द्वारा अपग्रेड करने की योजना है। उन्होंने कहा कि चर्च के कुछ लोगों द्वारा अफवाह फैलायी जा रही है। लोगों को अफवाह पर ध्यान ना देने की अपील की।

जयंत अग्रवाल को अस्पताल से नहीं मिली छुट्टी : जयंत अग्रवाल की पत्‍‌नी व शिक्षिका सेलीश अग्रवाल ने बताया कि उन्हें मेडिका अस्पताल से छुट्टी नहीं मिली है। हंगामे के दौरान हृदय संबंधित परेशानी होने पर उन्हें मेडिका में भर्ती कराया गया था। हालांकि, अब उनकी स्थिति में सुधार है। लोअर बाजार थाना पुलिस ने शुरू की छानबीन एफआइआर दर्ज होने के बाद लोअर बाजार थाना पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। जांच से जुड़े अधिकारी 3-4 संभावितों से पूछताछ की है। हालांकि, इस मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

पहले भी आया था मामला : इस प्रकार का यह पहला मामला नहीं है। पुलिस अधिकारी के अनुसार सालभर पहले भी बिशप के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुद्दा सामने आया था। उनके खिलाफ कोर्ट में कंप्लेन किया गया था। इसकी जांच अभी चल रही है।

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