पानी टंकी की खरीद में पी गए लाखों रुपये

रांची : हजारीबाग के चौपारण प्रखंड के कई पंचायतों में पानी की टंकी, मोटर और उससे जुड़े अन्य उपकरणों की खरीद में भारी घपला हुआ है। 75,

By JagranEdited By: Publish:Sat, 02 Jun 2018 08:15 AM (IST) Updated:Sat, 02 Jun 2018 08:15 AM (IST)
पानी टंकी की खरीद में पी गए लाखों रुपये
पानी टंकी की खरीद में पी गए लाखों रुपये

विनोद श्रीवास्तव, रांची : हजारीबाग के चौपारण प्रखंड के कई पंचायतों में पानी की टंकी, मोटर और उससे जुड़े अन्य उपकरणों की खरीद में भारी घपला हुआ है। 75, 814 रुपये की ये सामग्री 1,57,780 रुपये में खरीदी गई। इस तरह एक टंकी की खरीद में 81,966 रुपये के गबन की प्रारंभिक पुष्टि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) क्षेत्रीय कार्यालय हजारीबाग ने की है। फर्जीवाड़े का यह कारनामा फर्जी कोटेशन के जरिये किया गया, जिसका मास्टर माइंड ताजपुर पंचायत का मुखिया मो. शौकत खां, पंचायत सेवक देवनंदन प्रसाद और आपूर्तिकर्ता डीएस इंटरप्राइजेज है। एसीबी ने इस मामले की विस्तृत जांच से संबंधित आदेश ग्रामीण विकास (पंचायती राज एवं एनआरइपी) विभाग से मांगा था। विभागीय मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने एसीबी के प्रस्ताव पर अपनी सहमति दे दी है।

एसीबी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार 14वें वित्त आयोग की राशि से संबंधित पंचातय के मानगढ़, बहेरा, ताजपुर तथा भगहर में एक-एक, जबकिरामपुर, बसरिया, गोविंदपुर, बेलाही, बरहमोरिया और सेलहारा में दो-दो पानी टंकी की खरीद हुई। यह खरीद संबंधित मुखिया और पंचायत सेवक के हस्ताक्षर से की गई। जांच में टंकी की आपूर्ति के लिए यूवी इंटरप्राइजेज, राज इंटरप्राइजेज तथा डीएस इंटरप्राइजेज से कोटेशन लिए जाने की जानकारी मिली। कोटेशन के मुताबिक डीएस इंटरप्राइजेज ने कम दर आंका था और उसे आपूर्ति का आदेश दे दिया गया।

इधर, जब इस मामले में हजारीबाग स्थित यूवी इंटरप्राइजेज और राज इंटरप्राइजेज के संचालकों का बयान लिया गया, जानकारी मिली कि दोनों में से कोई न तो पानी टंकी बेचने का व्यवसाय करता है और न ही उसने ऐसा कोई कोटेशन ही दिया है। कोटेशन से संबंधित पैड न तो उन प्रतिष्ठानों के थे और न ही हस्ताक्षर उसके संचालकों का। फर्जीवाड़ा कर तैयार किए गए इन प्रतिष्ठानों के कोटेशन में प्रति पानी टंकी, मोटर एवं अन्य उपकरणों की कीमत क्रमश: 1,62,450 रुपये तथा 1,65,400 रुपये अंकित पाए गए, जबकि डीएस इंटरप्राइजेज ने 1,57,780 रुपये के कोटेशन दिए थे। लिहाजा आपूर्ति आदेश इसके नाम कर दिए गए।

प्रारंभिक जांच में चौपारण प्रखंड में 30 पानी की टंकी और अन्य उपकरण खरीदे जाने की जानकारी मिली। फर्जी तरीके से हुई इस खरीद में 24,53,730 रुपये के गबन का मामला सामने आया है। जांच पदाधिकारियों ने अन्य जिलों के पंचायतों में भी इस तरह की गड़बडि़यों की आशंका जताई है। जांच रिपोर्ट के अनुसार सरकारी विभागों के प्रावधानों के अनुसार डेढ़ लाख रुपये से अधिक के क्रय के लिए टेंडर आवश्यक है, जिसकी अवहेलना की गई।

---

इनपर चलेगी जांच :

ताजपुर पंचायत के मुखिया शौकत खां, पंचायत सचिव देवनंदन प्रसाद, मनगढ़ पंचायत की मुखिया आरती देवी एवं पंचायत सचिव, बहेरा के मुखिया नरेंद्र सिंह एवं पंचायत सचिव, रामपुर पंचायत की मुखिया बीना देवी और पंचायत सचिव के अलावा बसरिया, गोविंदपुर, बेहाली, बरहगोरिया, सेलहारा के मुखिया तथा पंचायत सचिव के अलावा आपूर्तिकर्ता शिवशंकर पंडित पर जांच चलेगी।

-------------

chat bot
आपका साथी