मिलिए एनामुल हक से, जानिए RTI के जरिये कैसे किया बड़े घोटालों का पर्दाफाश

RTI. कोऑपरेटिव बैंक घोटाला व ऋण घोटाले जैसे बहुचर्चित मामलों का खुलासा करने वाले एनामुल ने सिर्फ नौवीं कक्षा तक की पढ़ाई की है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sun, 20 Jan 2019 11:40 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jan 2019 11:40 AM (IST)
मिलिए एनामुल हक से, जानिए RTI के जरिये कैसे किया बड़े घोटालों का पर्दाफाश
मिलिए एनामुल हक से, जानिए RTI के जरिये कैसे किया बड़े घोटालों का पर्दाफाश

रांची, संजय कृष्ण। झारखंड का बहुचर्चित को-ऑपरेटिव घोटाला हो या जादूगोड़ा के सहकारी बैंक का घोटाला या फिर सहकारी बैंकों में ऋण घोटाला। इसका पर्दाफाश 50 वर्षीय एनामुल हक की वजह से हुआ। ये  राज्य के चर्चित मामलों में से एक रहे हैं। सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी के कारण ये घोटाले सामने आए। एनामुल का एक ही लक्ष्य है भ्रष्टाचार को खत्म करना। एनामुल के लगातार प्रयास के कारण गलत तरीके से नियुक्ति का सवाल भी उठा और नतीजा को-ऑपरेटिव बैंक में गलत तरीके से नियुक्तकर्मचारियों के बर्खास्त होने के आदेश के रूप में आया।

को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले में तो सीईओ सहित 15 पदाधिकारी दोषी पाए गाए थे और मामले को गंभीर बताते हुए एसीबी से जांच की अनुशंसा भी विभाग के सचिव ने की। सूचना के अधिकार को एनामुल हथियार बनाकर भ्रष्टाचार को उजागर करने की दिशा में काम कर रहे हैं। पढ़ाई के नाम पर नौवीं कक्षा तक पढ़े हैं। लेकिन काम बड़ा कर रहे हैं। इस काम को करते हुए करीब एक दशक हो गए हैं। इसका कई बार खामियाजा भी भुगतना पड़ा।

कई लोगों ने हमला भी किया, लेकिन वह पीछे नहीं हटे। एनामुल बताते हैं कि आज स्थिति ऐसी हो गई है कि चाहे सरकारी काम हो, निजी काम हो-हर जगह रिश्वत। हर जगह भ्रष्टाचार।गरीब के लिए कानून का पाठ लोग पढ़ाते हैं, लेकिन रसूखदारों के लिए कानून का कोई मतलब नहीं। अपने प्रदेश में भ्रष्टाचार की संस्कृति विकसित हो चुकी है। इसमें छोटे-मोटे तो अधिकारी फंसते हैं, लेकिन बड़े मगरमच्छों पर कुछ नहीं होता।

द छोटानागपुर रीजनल हैंडलूम वीवर्स को-ऑपरेटिव यूनियन लिमिटेड घोटाले का भी पर्दाफाश किया। इससे पचास हजार बुनकर जुड़े हैं। इस मामले को उच्च न्यायालय लेकर गए। पीआइएल दाखिल किया और उच्च न्यायालय ने सीबीआइ जांच का आदेश दे दिया है। अभी कई मामलों को लेकर सूचना के अधिकार के तहत आवेदन दिए हैं। सूचना का इंतजार कर रहे हैं। लक्ष्य एक ही है भ्रष्टाचार को खत्म करना है।

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