सेवानिवृत्त कर्मियों ने सीखीं शिक्षण की बारीकियां
रांची आइजीएलसी (इंटरनेशनल लर्निग सेंटर) बुजुर्ग शिक्षकों के पहले बैच के लिए प्रशिक्षण हुआ।
जागरण संवाददाता, रांची : आइजीएलसी (इंटरनेशनल लर्निग सेंटर) बुजुर्ग शिक्षकों के पहले बैच के लिए प्रशिक्षण ब्लॉक संसाधन केंद्र राची में शुरू हुआ। बड़े संस्थानों और विभिन्न सरकारी क्षेत्रों से सेवानिवृत्त हुए बुजुर्ग जिनमें शिक्षा, बैंक, रक्षा, सेल, सीसीएल आदि से शामिल लोगों ने प्रशिक्षण सत्र में भाग लिया। प्रशिक्षण सत्र जेसीईआरटी के स्टेट रिसोर्स पर्सन कीर्तिवास द्वारा लिया गया। उपायुक्त राय महिमापत रे ने कहा, जिला प्रशासन सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए लगातार प्रयासरत है। इसे लेकर विभिन्न एनजीओ का सहयोग भी मिल रहा है। आइजीएलसी इस दिशा में किया जा रहा एक और प्रयास है। इससे बेहतर रिजल्ट की उम्मीद होगी।
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आइजीएलसी के जरिए राची में सुधरेगी सरकारी स्कूलों की स्थिति
राची जिला प्रशासन और हेल्दी एजिंग इंडिया के बीच 30 मई को आईजीएलसी परियोजना के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए थे। आइजीएलसी के जरिए इच्छुक शिक्षित वरिष्ठ नागरिक राची जिले के सरकारी स्कूलों के साथ दादा-दादी की भूमिका में बुजुर्ग शिक्षकों के रूप में हिस्सा लेंगे। वरिष्ठ नागरिक अपने अनुभव के आधार पर शिक्षण को साझा करेंगे और सरकारी स्कूलों के उच्च प्राथमिक स्तर के स्कूली बच्चों को अकादमिक सहायता प्रदान करेंगे। इस प्रोग्राम को इंपलीमेंट बेहतर तौर पर लागू करने के लिए 100 वरिष्ठ नागरिकों को बुजुर्ग शिक्षकों के रूप में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिये 20-30 लोगों की एक बैच तैयार कर उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके साथ ही प्रत्येक बैच को 10 प्रशिक्षण सत्र से गुजरना होगा। सत्र के दौरान सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिकों को बच्चों को कैसे हैंडल करें, उन्हें पाठ कैसे सिखाया जाए, किसी विशेष परिस्थिति में बच्चों के साथ व्यवहार सहित शिक्षण से जुड़े विभिन्न आयामों पर प्रशिक्षित किया गया।