यू-ट्यूब पर रांची पुलिस दे रही साइबर सुरक्षा टिप्स

रांची : रांची पुलिस और साइबर थाना रांची ने साइबर अपराध से निबटने और लोगों को जागरूक करने के लिए अनोखी पहल की है। डिजिटल स्तर पर पुलिस लोगों को बढ़ते साइबर अपराध के प्रति जागरूक कर रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 09 Feb 2019 08:45 AM (IST) Updated:Sat, 09 Feb 2019 08:45 AM (IST)
यू-ट्यूब पर रांची पुलिस दे रही साइबर सुरक्षा टिप्स
यू-ट्यूब पर रांची पुलिस दे रही साइबर सुरक्षा टिप्स

रांची : रांची पुलिस और साइबर थाना रांची ने साइबर अपराध से निबटने और लोगों को जागरूक करने के लिए अनोखी पहल की है। डिजिटल स्तर पर पुलिस लोगों को बढ़ते साइबर अपराध के प्रति जागरूक कर रही है। इसी कड़ी में एक यू-ट्यूब चैनल बनाया है। चैनल में साइबर थाना के डीएसपी सुमित प्रसाद साइबर अपराध के हर पहलू पर अलग-अलग टिप्स देते नजर आ रहे हैं। साइबर अपराध से संबंधित शिकायतों औैर जानकारी को लेकर सहायता के लिए भी आमंत्रित कर रहे हैं। 'साइबर सुरक्षा' है चैनल का नाम

रांची पुलिस द्वारा बनाए गए चैनल का नाम 'साइबर सुरक्षा' रखा गया है। इस चैनल में अब तक दूसरा वीडियो पोस्ट किया जा चुका है। दोनों ही वीडियो में एटीएम फ्रॉड और यूपीआइ फ्रॉड की प्रमुखता से चर्चा की गई है। इसमें बचाव और तरीकों का जिक्र करते हुए लोगों को जागरूक किया गया है। साइबर थाना के डीएसपी सुमित प्रसाद ने बताया कि इन दिनों यू-ट्यूब की लोकप्रियता अधिक है। इससे आसानी से लोगों से जुड़ा जा सकता है। लोगों को वीडियो फॉरमेट देखकर साइबर अपराध को समझना आसान होगा। बढ़ाएंगे सब्सक्राइबर, पोस्ट होगा प्रैक्टिकल वीडियो : साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद बताते हैं कि अब चैनल का सब्सक्राइबर बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है। सब्सक्राइबर बढ़ने के साथ ही हर दिन प्रैक्टिकल वीडियो डाला जाएगा। अब एटीएम में जाकर क्लोनिंग के तरीके और बचने के उपाय को वीडियो के माध्यम से प्रस्तुत करने की तैयारी की जा रही है। वीडियो में समायोजित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां : एटीएम फ्रॉड से कैसे बचें :

- अपने एटीएम कार्ड के पिन नंबर को कहीं भी नहीं लिखें, इसका जिक्र भी किसी से नहीं करें, बैंक के अधिकारियों से भी नहीं।

- याद रखें, बैंक के अधिकारी कभी आपके बैंक से संबंधित कोई गोपनीय जानकारी नहीं पूछते।

- जितनी बार हो सके, अपना पिन नंबर बदलते रहें।

- एटीएम कार्ड का उपयोग करते समय या अपने पैसे को संभालने के लिए अजनबियों से सहायता नहीं लें।

- नशे में या शराब का सेवन कर एटीएम कार्ड का उपयोग कभी न करे।

- एटीएम कार्ड को अपने मोबाइल नंबर से लिंक करा लें ताकि कोई भी लेन-देन का हिसाब आपको मैसेज के द्वारा तुरंत प्राप्त हो सके।

- कार्ड का इस्तेमाल करते वक्त जब तक लेन-देन पूरा न हो जाए, अपना ध्यान भंग नहीं करें।

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इनका रखें खास ध्यान

- वैसे एटीएम मशीन का उपयोग करें, जो बैंक परिसर के भीतर हों या सुरक्षा गार्ड द्वारा 24 घटे प्रबंधन किया जाता हो।

-एटीएम मशीन इस्तेमाल करते समय किसी अनजान व्यक्ति को अंदर नहीं आने दें। सुनिश्चित करें कि पिन दर्ज करते समय कोई उसे देख न सके।

- एटीएम मशीन का इस्तेमाल करने के बाद आखिर में क्लियर या कैंसल बटन दबाना कभी नहीं भूलें।

- किसी भी तरह की अप्रिय घटना को तुरंत बैंक प्रबंधक या 'डायल 100' कर पुलिस को सुचना दें।

- वैसे एटीएम का उपयोग नहीं करें, जहा कार्ड रीडर टूटा, खरोंचा, क्षतिग्रस्त किया हुआ, तिनका/तार घुसाया हुआ, गोंद के साथ चिपकाया हुआ या कार्ड स्लॉट में कार्ड डालने में कठिनाई हो। ये स्किमिंग मशीन के संकेत हो सकते हैं। यूपीआइ फ्रॉड की जानकारी :

-कोडेड मैसेज शेयर करने पर आप तुरंत ठगी के शिकार हो सकते हैं।

-इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए अपुष्ट स्त्रोतों से आने वाले कोडेड मैसेज को कतई फॉरवर्ड नहीं करें। ऐसा करने से आप तुरंत ठगे जा सकते हैं। विशेष परिस्थिति में तत्काल अपनी बैंक शाखा से संपर्क कर इसकी जानकारी दे।

-साइबर फ्रॉड से बचने के लिए कोई भी ऑनलाइन या मैसेज से प्राप्त लिंक या नंबर को कतई फॉरवर्ड नहीं करें। ऐसा करने से आप तुरंत ठगी के शिकार हो सकते हैं।

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