रांची की युवती को वसंत विहार से कराया गया मुक्त, नौकरी का झांसा देकर बेचा था दिल्‍ली में

रांची की युवती को दिल्‍ली के वसंत विहार इलाके में बेच दिया गया था। दिल्‍ली महिला आयोग की टीम ने बीते दिन पीडि़ता को मुक्‍त कराया।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Fri, 26 Oct 2018 12:31 PM (IST) Updated:Fri, 26 Oct 2018 12:31 PM (IST)
रांची की युवती को वसंत विहार से कराया गया मुक्त, नौकरी का झांसा देकर बेचा था दिल्‍ली में
रांची की युवती को वसंत विहार से कराया गया मुक्त, नौकरी का झांसा देकर बेचा था दिल्‍ली में

नई दिल्ली/रांची, जेएनएन।  रांची के मांडर थाना क्षेत्र से लाकर दिल्ली में बंधक बनाई गई युवती को गुरुवार को दिल्ली महिला आयोग व गैर सरकारी संगठन शक्ति वाहिनी ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर मुक्त करा लिया। प्लेसमेंट एजेंसी नौकरी का झांसा दिलाकर युवती को दिल्ली लाई थी और फिर उसे बेच दिया गया था। बसंत विहार निवासी आमिया वर्मा के घर से युवती बरामद की गई।

पुलिस के अनुसार मांडर के टांगरबसली रेलवे स्टेशन निवासी प्यागो उरांव की पत्नी निशा देवी तीन महीने पहले ही युवती को नौकरी दिलाने के नाम पर दिल्ली लेकर आई थी। दिल्ली लाकर निशा ने युवती को संतनगर स्थित प्लेसमेंट एजेंसी के संचालक यमुना व अशोक को पास बेच दिया था। इसके बाद यमुना व अशोक ने उसे बसंत बिहार निवासी आमिया के यहां घरेलू कार्य पर लगवा दिया था, लेकिन युवती की मजदूरी भी अशोक व यमुना वसूलता थे।

इतना ही नहीं पीडि़त युवती को उसके घर भी नहीं जाने दे रहे थे और न ही उसे मजदूरी ही मिल रही थी। बाल अधिकार कार्यकर्ता बैद्यनाथ कुमार ने रांची के एसपी ग्रामीण अजीत पीटर डुंगडुंग से इसकी लिखित शिकायत कर युवती को मुक्त कराने की मांग की थी। साथ ही इस बाबत दिल्ली के गैर सरकारी संगठन शक्ति वाहिनी व दिल्ली महिला आयोग को भी शिकायत की थी।

शिकायत पर सक्रिय हुए दिल्ली महिला आयोग ने एनजीओ और दिल्ली पुलिस की मदद से गुरुवार को छापेमारी की और युवती को बंधन मुक्त करा लिया।  वसंत विहार पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। अब पुलिस युवती को रांची पुलिस को सौंप देगी। पुलिस अब आमिया के घर पर युवती को काम पर रखवाने वाली प्लेसमेंट एजेंसी की तलाश कर रही है। मामले में प्लेसमेंट एजेंसी के साथ ही बंधक बनाने वाली अमिया पर भी कार्रवाई हो सकती है।

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