Lockdown Update: रांची की बीपीओ कंपनी ने लॉकडाउन में दर्जनों कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
Lockdown Update. कर्मचारियों ने कहा कि कंपनी ने पहले इस्तीफे के लिए दबाव बनाया। नहीं देने पर अब टर्मिनेशन लेटर भेज रहे हैं।
रांची, [विक्रम गिरि]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील की लॉकडाउन में किसी की नौकरी नहीं ली जाए। इसके बावजूद संक्रमण और लॉकडाउन के संकट काल में रांची की बीपीओ कंपनियां अपने कर्मचारियों को काम से निकाल रही हैं। ऐसे कर्मचारियों की संख्या दर्जनों में है। गुरुवार को रांची के कडरू स्थित आइसोन बीपीओ ने कई कर्मचारियों को टर्मिनेशन लेटर भेजा है। प्रबंधन की ओर से भेजे गए इस पत्र में कंपनी की ओर से कहा गया कि रैम्प डाउन प्रोसेस के तहत इन्हें काम से निकाला जा रहा है।
कंपनी ने इन्हें निकालने का दूसरा कारण यह भी बताया कि इनके लिए वहां दूसरा काम नहीं है। इधर, जिन कर्मचारियों को टर्मिनेशन लेटर मिला है, उनमें कई डरे-सहमे हैं कि कहीं ऐसा न हो कि खुलकर बोलने पर कंपनी में वापसी की कोई गुंजाइश ही न बचे। निकाले गए कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी ने पहले इस्तीफे के लिए दबाव बनाया। इसके बाद 15 दिन के नोटिस पीरियड के साथ 30 अप्रैल का टर्मिनेशन लेटर भेज दिया है।
वहीं, इस संबंध में जब कंपनी के साइट हेड सुभाष चंद्रा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आइसोन एक वेंडर कंपनी है और यहां कंपनी की ओर से हर महीने कुछ लोगों की छंटनी की जाती है। इस कंपनी ने आइडिया और वोडाफोन कंपनी के लिए झारखंड व बिहार में काम लिया है। यहां लगभग 400 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। प्रोजेक्ट की जरूरत के हिसाब से छंटाई करनी पड़ती है।
कर्मचारियों की सैलरी में भी की गई कटौती
यही नहीं कंपनी द्वारा लॉकडाउन के दौरान वर्क फ्रॉाम होम काम कर रहे कर्मचारियों को सैलरी से कम भुगतान किया गया। इन कर्मचारियों में किसी के वेतन में एक हजार तो किसी को दो हजार रुपये की कटौती करते हुए भुगतान किया गया। निकाले गए कर्मचारियों ने इस संबंध में शासन-प्रशासन से गुहार लगाई है। इन कर्मचारियों का कहना है कि इस समय में नौकरी से निकाले जाने से परिवार के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
'अभी लॉकडाउन के दौरान कोई कंपनी ऐसा नहीं कर सकती है। अगर कोई कंपनी इस तरह की कोई कार्रवाई करती है। उनपर सख्त कार्रवाई होगी।' -राय महिमापत रे, डीसी, रांची।
'यह मासिक रूटीन प्रक्रिया के तहत हो रहा है। संबंधित कार्रवाई लीगल टीम से कंसल्टेशन के बाद ही की जा रही है।' -सुभाष चंद्र, साइट हेड, आइसोन बीपीओ।