संविधान और लोकतंत्र की रक्षा ही बाबा साहब डा भीम राव आंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि : भाकपा माले
भाकपा माले की ओर से सोमवार को बाबा साहब डा भीम राव आंबेडकर की पुण्यतिथि मनाई गई। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा ही आंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इसकी हिफाजत के लिए हम सभी को एकजुट होकर पहल करने की जरूरत है।
रांची, (जागरण संवाददाता) : भाकपा माले रांची नगर कमेटी की ओर से सोमवार को संविधान निर्माता बाबा साहब डा भीमराव आंबेडकर की 65वीं पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। मेनरोड स्थित पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओ ने आंबेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण किया। तत्पश्चात एक मिनट की मौन श्रद्धांजलि दी।
श्रद्धांजली सभा को संबोधित करते हुए माले राज्य सचिव मनोज भक्त ने कहा कि छह दिसंबर का दिन देश के इतिहास में काला दिवस के रूप में जाना जाएगा। बाबरी विध्वंस सिर्फ मंदिर और मस्जिद का मामला नहीं, बल्कि संविधान और लोकतंत्र की मूल आत्मा पर हमला था। भारतीय संविधान और साझी विरासत को बचाने के लिए संकल्प लेने का यह वक्त है। आदिवासी, दलितों और वंचितों के आरक्षण और भोजन के अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए आवाज़ बुलंद करनी होगी। संविधान और लोकतंत्र की रक्षा ही बाबा साहब डा भीम राव आंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
केंद्रीय कमेटी के सदस्य शुभेन्दु सेन और गीता मंडल ने कहा कि बाबा साहब आंबेडकर ने कहा था कि जातिवाद श्रम विभाजन नहीं, बल्की श्रमिकों का विभाजन है। गुजरात दंगे और बाबरी विध्वंस ने साफ कर दिया है की कानून के ऊपर राजनीति हावी है। भाजपा आज अडानी-अंबानी और गलत लोगों के पक्ष में रैलियां निकाल रही है। देश में कारपोरेट राज थोपने के खिलाफ आंदोलन तेज करना होगा। जाति और धर्म के खिलाफ समानता और भाईचारा को मजबूत करना वक्त की जरूरत है। श्रद्धांजलि अर्पित करनेवालों में ऐक्टू प्रदेश सचिव भुवनेश्वर केवट, नगर सचिव नंदिता भट्टाचार्य, सुदामा खलखो, मोहन दत्ता, आरएन सिंह, सोहेल अंसारी, लक्ष्मी पासवान, भीम साहू, शांति सेन, सुंदरी मुंडा शमिल हैं।