कांके डैम किनारे मिला शव, पंडरा थानेदार ने उठाने से किया इन्कार

स्मार्ट पुलिसिंग का दम भरने वाली रांची पुलिस का आमनवीय चेहरा सामने आया है। एक युवक की हत्या कर दी गई उसके बाद शव उठाने में दो थानेदार आपस में उलझते रहे। बाद में अमीन को बुलाकर थाना क्षेत्र की नापी करवानी पड़ी, तब चार घंटे बाद शव को उठाया जा सका।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Jul 2018 06:57 AM (IST) Updated:Tue, 03 Jul 2018 06:57 AM (IST)
कांके डैम किनारे मिला शव, पंडरा थानेदार ने उठाने से किया इन्कार
कांके डैम किनारे मिला शव, पंडरा थानेदार ने उठाने से किया इन्कार

रांची : रांची पुलिस के वरीय अधिकारी स्मार्ट पुलिसिंग और कम्युनिटी पुलिसिंग पर जोर दे रहे है। पुलिस की साफ छवि पेश करने में जुटे हैं। लेकिन शहर के एक थानेदार के रवैये से पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। सोमवार को पंडरा ओपी क्षेत्र में एक युवक का शव हत्या के बाद कांके डैम किनारे स्थित टापूनुमा पत्थर पर फेंक दिया गया था। शव का आधा हिस्सा पानी में आधा बाहर पड़ा था। पंडरा थानेदार आनंद सिंह ने यह कहते हुए कि उनके क्षेत्र में नहीं है उठाने और प्राथमिकी दर्ज करने से इन्कार कर दिया। पूरे चार घंटे तक शव लावारिश पड़ा रहा। इसके बाद फिर चार घंटे तक दो थानेदारों की बहस की बीच पड़ा रहा। लावारिश हाल में शव रहने के दौरान आसपास जानवर भटकते रहे। दरअसल युवक की हत्या कर कांके डैम किनारे स्थित एक पत्थर पर पड़ा हुआ था। इसकी सूचना सोमवार की सुबह करीब सात बजे ही स्थानीय ग्रामीणों ने पंडरा थानेदार आनंद सिंह को दी। लेकिन थानेदार ने सूचना देने वाले से कहा कि मामला गोंदा थाना का है। इस थानेदार की अनदेखी से शव वहीं पड़ा रहा। कुछ देर और छोड़ा जाता तो शव कुत्तों और चील का निवाला बन जाता।

थाना विवाद में गोंदा-पंडरा थानेदार में हुई बहस

स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना गोंदा थानेदार इंस्पेक्टर अनिल द्विवेदी को करीब 11 बजे दी। सूचना के बाद गोंदा थानेदार ने शव को कब्जे में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी। इसबीच उन्होंने पंडरा थानेदार को मौके पर बुलवाया। पंडरा थानेदार को गोंदा थानेदार ने उनका थाना क्षेत्र होने की बात कह प्राथमिकी दर्ज करने के लिए कहा, लेकिन थानेदार ने शव उठाने और प्राथमिकी दर्ज कराने से साफ इन्कार कर दिया। गोंदा थानेदार से उलझे भी, तू-तू मैं-मैं भी की। पंडरा थानेदार की हठधरमी देख गोंदा थानेदार ने इसकी सूचना हेहल अंचलाधिकारी को दी। हेहल अंचलाधिकारी ने अंचल अमीन भेजा। वहां सीमांकन विवाद संबंधित नापी की। नापी कर अमीन ने स्पष्ट किया कि शव मिलने वाला स्थल हेसल है। जिसे स्थानीय लोग जोलहा टापू के नाम से जानते हैं। ये पंडरा क्षेत्र में ही आता है। गोंदा थानेदार ने रिकॉर्ड किया फर्द बयान, पंडरा ने एफआइआर

गोंदा थानेदार मौके पर पहुंचने के बाद पंडरा थानेदार की हठधर्मी और बहस के आगे शव को उठाया। वहां मौजूद स्थानीय व्यक्ति सापू कच्छप से फर्द बयान रिकॉर्ड किया। इसके बाद वाहन मंगवाकर शव ले जाने लगे तब पंडरा थानेदार ने कहा दे दीजिए हम ही एफआइआर करेंगे। इसमें भी पंडरा थानेदार और गोंदा थानेदार में गहमा-गहमी हुई। अंत में पडरा थानेदार ने दोपहर तीन बजे शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा। इसके बाद प्राथमिकी दर्ज की। थाना क्षेत्र के विवाद में ही शव की पहचान की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। मृतक का उम्र करीब 28 वर्ष बताई जा रही है। सात किलोमीटर घूम कर पहुंचे थे गोंदा थानेदार :

गोंदा थानेदार अनिल द्विवेदी को शव मिलने वाले स्थल पर पहुंचने के लिए सात किलोमीटर घूमकर पहुंचना पड़ा। वहां पहुंचने के बाद जब उन्हें पता चला कि घटनास्थल पंडरा क्षेत्र में आता है, तब वहां के थानेदार को सूचना दी। लेकिन उन्हें सूचना देना महंगा पड़ा। उनसे ही पंडरा थानेदार उलझ गए। सब इंस्पेक्टर द्वारा अपने सीनियर अधिकारी की कद्र भी नहीं की गई। सिर और शरीर में चोट के निशान :

बरामद शव के सिर और शरीर में गई गंभीर चोट के निशान थे। हाथ में एक कपड़ा बंधा था। शव से करीब दस फीट की दूरी पर जींस और शर्ट पड़ी थी। आशंका जताई जा रही है किसी ने हत्या कर पानी में धक्का दे दिया हो। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही पुलिस हत्या, आत्महत्या या किसी घटना की निष्कर्ष तक पहुंच पाएगी।

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'मुझे पता था कि थाना क्षेत्र गोंदा का है। इस वजह से नहीं उठाया शव। लेकिन अंत में स्थिति स्पष्ट हुई तो अपने यहां प्राथमिकी दर्ज की ।'

आनंद सिंह, थानेदार पंडरा।

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'स्पष्ट रूप से थाना क्षेत्र पंडरा का है। अंचल अमीन की नापी में भी यह स्पष्ट हो गया। मैं शव उठाकर ले जा रहा था। फर्द बयान लेकर मामला दर्ज करने के लिए थाने के लिए निकल चुका था। तब पंडरा थानेदार ने शव को मुझसे मांगा।'

अनिल द्विवेदी, इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी गोंदा। मामला मेरे संज्ञान में आया है। थाना क्षेत्र विवाद में समय पर शव न उठाया जाना गंभीर मामला है। इसकी जांच कराई जाएगी।

अमन कुमार, सिटी एसपी, रांची

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