जाम में फंसी एंबुलेंस को निकालने वाला कांस्टेबल पुरस्कृत

जाम में फंसी एंबुलेंस को निकालने के लिए एक किलोमीटर तक एंबुलेंस के साथ दौड़नेवाले कांस्टेबल को सम्मानित किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 09 Dec 2020 07:25 AM (IST) Updated:Wed, 09 Dec 2020 07:25 AM (IST)
जाम में फंसी एंबुलेंस को निकालने वाला कांस्टेबल पुरस्कृत
जाम में फंसी एंबुलेंस को निकालने वाला कांस्टेबल पुरस्कृत

जागरण संवाददाता, रांची : जाम में फंसी एंबुलेंस को निकालने के लिए एक किलोमीटर तक एंबुलेंस के साथ दौड़नेवाले कांस्टेबल को डीजीपी ने सम्मानित किया है। यह खबर दैनिक जागरण में तस्वीर सहित प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी जिसमें उल्लेख किया गया था कि किस तरह एक एंबुलेंस जाम में फंस गई। मौके पर मौजूद पुलिस कांस्टेबल ने आगे बढ़कर जिम्मेदारी निभाते हुए एंबुलेंस को निकलवाने के लिए काफी मशक्कत की। करीब एक किलोमीटर तक एंबुलेंस के लिए रास्ता बनाते हुए दौड़ता रहा। दैनिक जागरण में छपी इस खबर पर डीजीपी ने संज्ञान लिया और संबंधित जवान को पुरस्कृत किया है। जवान को 3000 का रिवार्ड दिया गया है। पुरस्कार दिए जाने के अवसर पर दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर का उल्लेख भी किया गया।

मनरेगा आयुक्त को हटाने की मांग

मनरेगा आयुक्त सिद्धार्थ त्रिपाठी को पद से हटाने, उनके कार्यालय की जांच एसीबी से कराने की मांग को लेकर मंगलवार को रातू प्रखंड कार्यालय के समक्ष झारखंड छात्र संघ व आमया संगठन के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम बीडीओ को मांग पत्र सौंपा। नेतृत्व कर रहे आमया के सचिव नौशाद आलम, झारखंड छात्र संघ ग्रामीण जिलाध्यक्ष अफताब आलम ने कहा कि सिद्धार्थ त्रिपाठी मनरेगा अधिनियम 2005 की धज्जियां उड़ाते हुए ग्रामसभा को दरकिनार योजनाएं थोप रहे हैं। प्रदर्शन करने वालों में अंजुम खान, इमरान अंसारी, मंजूर, सिद्दीक अंसारी, तहमीद, आसिफ, सईद, बारिक, अफजल अंसारी, सा•ादि, अफसर, फिरोज, आसिफ रूहुल्ला, मो सामी, सालेह सईद, इमरोज, अबूबकर, मो खालिद, मोबिन, शमशाद, हारून आदि शामिल थे।

chat bot
आपका साथी