अब पीजी टॉपरों को कक्षा लेने की एवज में मिलेंगे 15000

रांची विवि के पीजी टॉपरों को अब कक्षा लेने के एवज में मानदेय के तौर पर 15 हजार रुपये दिए जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Dec 2018 07:49 AM (IST) Updated:Wed, 19 Dec 2018 07:49 AM (IST)
अब पीजी टॉपरों को कक्षा लेने की एवज में मिलेंगे 15000
अब पीजी टॉपरों को कक्षा लेने की एवज में मिलेंगे 15000

जागरण संवाददाता, रांची : रांची विवि के पीजी टॉपरों को अब कक्षा लेने के एवज में मानदेय के तौर पर चार हजार रुपये की जगह 15 हजार रुपये मिलेंगे। मंगलवार को राची विवि मुख्यालय में कुलपति डॉ. रमेश कुमार पाडेय की अध्यक्षता में हुई सिंडिकेट की बैठक में मानदेय वृद्धि पर निर्णय हुआ। वीसी ने कहा कि टीचिंग असिस्टेंट का मानदेय बढ़ाया गया है। इसलिए कॉरपस फंड 30 करोड़ रुपए का बनाया जाएगा ताकि इसके ब्याज मानदेय का भुगतान हो सके। गौरतलब है कि पीजी टॉपरों को एक वर्ष तक कक्षा लेने की अनुमति दी जाती है।

शिक्षक, छात्र व कर्मचारियों का होगा बीमा : सिंडिकेट की बैठक में शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थियों का बीमा कराने से संबंधित प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई। शिक्षकों और कर्मचारियों को मेडिक्लेम इंश्योरेंस जबकि लगभग 1.5 लाख छात्रों के लिए दुर्घटना बीमा कराया जाएगा। बैठक में डॉ. गंगा प्रसाद से संबंधित प्रस्ताव पर एडवोकेट जनरल से राय लेने का निर्णय हुआ। डॉ. गंगा रांची विवि में डेमोंस्ट्रेटर थे। ये नौ वर्षो तक राज्य के दूसरे विश्वविद्यालयों में विभिन्न पदों पर रहे। अब इन्होंने राची विवि में जूलॉजी का लेक्चरर बनने के लिए आवेदन दिया है। स वा गणना पर फिर एडवोकेट जनरल से ली जाएगी राय : ब ठक में नवागीभूत कॉलेज के शिक्षकों की सेवा गणना पर भी बात हुई। कहा गया कि एडवोकेट जनरल के अनुसार सेवा की गणना पद सृजन की तिथि से होनी चाहिए। लेकिन अब सरकार के पत्र को संलग्न कर एक बार फिर एडवोकेट जनरल से राय ली जाएगी। इसके बाद सेवा गणना पर निर्णय होगा।

कार्रवाई करने के लिए लिया जाएगा लीगल ओपिनियन : बैठक में शिक्षक डॉ. हरिशंकर प्रसाद, डॉ. मधुप किशोर व डॉ. सच्चिदानंद पर कारवाई करने के मामले में वीसी ने कहा कि इस संबंध में एडवोकेट जनरल से लीगल ओपिनियन लेने के बाद निर्णय लिया जाएगा। एक सदस्य ने इसका विरोध भी किया। डॉ. हरिशकर प्रसाद इंटरव्यू के समय जेल में थे। डॉ. मधुप किशोर फर्जी अंकपत्र के आधार पर लेक्चरर नियुक्त हुए थे और डॉ. सच्चिदानंद दो वर्ष बाद इंप्रूवमेंट परीक्षा देकर पीजी में अंक बढ़ा लिए थे। तीनों माडर कॉलेज में शिक्षक हैं। इन एजेंडों पर भी मुहर

-कर्मचारियों को 7वा वेतनमान देने से संबंधित प्रस्ताव पर मुहर

-ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विवि के कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय को पीएचडी की मानद उपाधि देने से संबंधित प्रस्ताव को स्वीकृति

-फाइनेंस कमेटी की बैठक में लिए गए निर्णय पर लगी मुहर

- बिरसा कॉलेज खूंटी में जर्जर कॉमन रूम को तोड़ा जाएगा।

- अनुकंपा समिति की बैठक में लिए गए निर्णय को स्वीकृति

-परमवीर अल्बर्ट एक्का कॉलेज के शिक्षक फिलेमोन कुजूर को वरीय वेतनमान का प्रस्ताव स्वीकृत।

-जेपीएससी के कार्यकारी अध्यक्ष एके चट्टोराज व सदस्य डॉ. सुखी उराव के लियन का प्रस्ताव स्वीकृत

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