खुद को रखना है फिट, तो सॉफ्ट ड्रिंक का कम करें इस्तेमाल
सॉफ्ट ड्रिंक्स में घुली होती है ज्यादा शुगर, जो दिल, लिवर और किडनी को कर सकती है खराब।
जागरण संवाददाता, रांची : आज कल सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन काफी बढ़ गया है। कई लोगों को तो सॉफ्ट ड्रिंक्स की लत भी लग जाती है। ज्यादातर सॉफ्ट ड्रिंक्स में ऐसे पदार्थो को मिलाया जाता है, जिनका जरूरत से ज्यादा प्रयोग आपकी सेहत बिगाड़ सकता है। इसके अलावा सॉफ्ट ड्रिंक्स में ढेर सारी शुगर घुली हुई होती है, जो दिल, लिवर और किडनी की कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। अधिकतर सॉफ्ट ड्रिंक्स फ्लोराइड युक्त पानी के बने होते हैं। इसलिए दांतों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते, बल्कि दंत क्षय को रोकते हैं। लेकिन शरीर के अन्य नुकसानों को देखते हुए इन्हें नहीं पीना चाहिए या कम पीना चाहिए। इन ड्रिंक्स की जगह बेहतर होगा कि आप फ्रूट जूस, नींबू पानी या ऐसा ही कोई नेचुरल पेय लें। वजन बढ़ने और बीमारियों का खतरा : अधिक चीनी युक्त पेय पदार्थो जैसे सोडा आदि मोटापे की बड़ी वजह हैं। करीब 600 मिलीलीटर सोडा में 240 कैलोरी होती हैं। अगर आप रोजाना एक कैन कोल्ड सॉफ्ट ड्रिंक पीते हैं, तो साल भर में आपका वजन करीब साढ़े छह किलो तक बढ़ सकता है। अधिक वजन से आपको डायबिटीज, कैंसर, अर्थराइटिस, दिल की बीमारी और स्ट्रोक आदि का खतरा बढ़ जाता है। दिल की बीमारियां : अधिक वजन से आपको हृदय रोग हो सकते हैं। लेकिन इसके साथ ही सोडा में मौजूद तत्व भी आपको बीमार बना सकते हैं। सोडा में मौजूद सोडियम और कैफीन दिल के लिए खतरनाक होते हैं। सोडियम शरीर में तरलता रोकने का काम करता है। वहीं कैफीन से हृदयगति और रक्तचाप बढ़ता है। 2017 में 42 हजार पुरुषों पर अध्ययन करने के बाद कहा गया कि जिन पुरुषों ने रोजाना अधिक चीनी युक्त एक सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन किया, उन्हें दिल का दौरा पड़ने का खतरा उन लोगों के मुकाबले काफी अधिक रहा, जिन्होंने कभी सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन नहीं किया हो। डायबिटीज का खतरा : कोल्ड ड्रिंक्स में काफी चीनी घुली हुई होती है। अगर आप इन्हें पीते हैं, तो आपका ब्लड शुगर काफी बढ़ जाता है। इसे संतुलित करने के लिए आपका शरीर इंसुलिन का अधिक निर्माण करने लगता है। इससे थोड़ी देर में आपका ब्लड शुगर गिर जाता है। आप इस कमी को पूरा करने के लिए चीनी युक्त सोडा या अन्य पदार्थो का सेवन करने लगते हैं। समय के साथ इंसुलिन की मात्रा शरीर में कम होने लगती है या इंसुलिन का बनना बंद हो जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक रोज एक से दो सॉफ्ट ड्रिंक्स पीने वाले लोगों को डायबिटीज होने का खतरा 26 फीसद बढ़ जाता है। दंतों से जुड़ी बीमारियां : यदि आप डेंटिस्ट के पास जाने से बचना चाहते हैं, तो सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन कम कर दें। आपके मुंह में पलने वाले बैक्टीरिया शुगर पर पलते हैं। वे इसे खाते हैं और ऐसे एसिड का निर्माण करते हैं, जो दांतों के इनेमल को नष्ट कर कैविटी का निर्माण करता है। डॉक्टरों का कहना है कि यदि आप सॉफ्ट ड्रिंक पीने के फौरन बाद पानी से कुल्ला कर लें, तो आप दांतों में लगनेवाली कैविटी के खतरे को 50 फीसद तक कम कर सकते हैं। गठिया की समस्या : गाउट वह स्थिति है, जब शरीर में बहुत अधिक यूरिक एसिड जमा हो जाता है। इससे जोड़ों में जलन और सूजन होने लगती है। अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के एक शोध के मुताबिक एक शुगर ड्रिंक रोज पीने से गाउट का खतरा काफी बढ़ जाता है।