रिम्स में पानी संकट से टले 30 ऑपरेशन

राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में पानी संकट के कारण सोमवार को 30 ऑपरेशन नहीं हो सके। रविवार को आंधी के कारण पानी सप्लाई बाधित हुई। लगभग एक दर्जन से अधिक मरीजों का डायलिसिस भी नहीं हो पाई। तीन आपरेशन बाल्टी में पानी मंगाकर किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 May 2018 08:12 AM (IST) Updated:Tue, 29 May 2018 08:12 AM (IST)
रिम्स में पानी संकट से टले 30 ऑपरेशन
रिम्स में पानी संकट से टले 30 ऑपरेशन

जागरण संवाददाता, रांची : राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में पानी संकट के कारण सोमवार को 30 ऑपरेशन टल गए। जबकि 14 मरीजों की डायलिसिस टल गई। हालांकि माइनर ऑपरेशन किए गए। रविवार की रात आई आंधी का कहर रिम्स में भी देखने को मिला। परिसर स्थित एक पेड़ ग्यारह केवी केविद्युत तार पर गिर गया। इससे विद्युत आपूर्ति पूर्णत: ठप पड़ गई। वार्डो में जेनरेटर के माध्यम से बिजली पहुंचाई गई। लेकिन पानी आपूर्ति ठप हो गई।

इसका असर हर वार्ड में दिखा। सोमवार को कुल 33 ऑपरेशन होने थे। इनमें से ऑर्थो विभाग में मात्र तीन ऑपरेशन हो सके। ऑर्थो के डॉ. विजय कुमार की यूनिट से छह मरीजों का ऑपरेशन होना था। मरीज एवं उनके परिजनों ने पूरी तैयारी कर ली थी। ऑपरेशन के पूर्व होने वाली प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गई थी, लेकिन पानी की कमी के कारण तीन लोगों का ऑपरेशन नहीं किया जा सका। हालांकि किचन एवं बाहर से बाल्टी में पानी मंगाकर तीन लोगों का ऑपरेशन किया गया। शेष का अगली तिथि के लिए टाल दिया गया।

ऑर्थो विभाग में अत्यधिक भीड़ एवं अन्य कई कारणों से ऑपरेशन की डेट मिलने में महीनों इंतजार करना पड़ता है।नंबर आने एवं पूरी तैयारी के बाद जब ऑपरेशन टल जाता है तो मरीजों को काफी निराशा झेलनी पड़ती है।

चतुरी गंझु आठ मई से रिम्स में भर्ती हैं। उनके ऑपरेशन के लिए तैयारी पूरी कर ली गई थी, लेकिन ऑपरेशन टल गया। मंदेशा कुमारी आमजोड़ा (बुंडू) से आई हैं। उनका भी ऑपरेशन होना था। कई रिश्तेदार आ गए थे। लेकिन ऐन वक्त पर टल गया।

सर्जरी में बाबूलाल भगत, विजय पांडेय, प्रताप चौधरी, श्रीभगवान पाडेय, कालेश्वर महतो, कामेश्वर उरांव, मनोज सिंह, गोविंद समेत 16 मरीजों का ऑपरेशन किया जाना था। लेकिन कोई भी ऑपरेशन नहीं हो सका। विजय पांडेय बोकारो से आए हुए हैं, जबकि कामेश्वर महतो पंडरा से। उनका हर्निया का ऑपरेशन होना है। मरीजों ने बताया कि ऑपरेशन के पूर्व होने वाली प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी। लेकिन ओटी के पास पहुंचने पर पता चला कि आज ऑपरेशन नहीं होगा। न्यूरो एवं गाइनी वार्ड के मरीजों के भी ऑपरेशन टाल दिए गए।

कई मरीजों की डायलिसिस टली

रिम्स में हर दिन आम तौर पर एक-डेढ़ दर्जन मरीजों की डायलिसिस की जाती है। सोमवार को 17 मरीजों की डायलिसिस होनी थी। सुबह में डायलिसिस शुरू भी हुई। तीन डायलिसिस के बाद पानी खत्म हो गया। इसके बाद डायलिसिस का काम बंद हो गया।

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टंकी हुई ड्राई, पानी के लिए भटकते रहे परिजन

सोमवार को रिम्स में जलापूर्ति की टंकी ड्राई हो गई। मरीज को छोड़कर उनके परिजन पानी के लिए इधर-उधर भटकते रहे। रिम्स में खाना बनाने में काफी परेशानी हुई। कैंटीन संचालक ने बताया कि पानी नहीं रहने के कारण आज लंच नहीं बनाया जा सका। सिर्फ नाश्ता ही बन पाया है। मीना देवी, अनिता कुमारी, रूपा कुमारी, रंजन, मनीष आदि ने बताया कि पानी की तलाश में उन्हें काफी भटकना पड़ रहा है। बाथरूम में पानी बंद है। बदबू के कारण इसके पास से गुजरना मुश्किल हो रहा है। पानी संकट के कारण ऑपरेशन टलने की जानकारी मिली है। बिजली एवं पानी की व्यवस्था का जिम्मा संबंधित विभाग को दिया गया है। रिम्स में पानी की वैकल्पिक व्यवस्था का होना जरूरी है। इस दिशा में पहल की जा रही है।

- डॉ. आरके श्रीवास्तव, प्रभारी निदेशक, रिम्स।

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