81 फीसद शहरी घरों को पाइप लाइन से पानी मयस्सर नहीं

विनोद श्रीवास्तव, रांची :सरकार विकास की लाख बातें कर लें, परंतु पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं क

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Nov 2017 03:02 AM (IST) Updated:Sat, 11 Nov 2017 03:02 AM (IST)
81 फीसद शहरी घरों को पाइप लाइन से पानी मयस्सर नहीं
81 फीसद शहरी घरों को पाइप लाइन से पानी मयस्सर नहीं

विनोद श्रीवास्तव, रांची :सरकार विकास की लाख बातें कर लें, परंतु पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता के मामले में राज्य के शहरों की स्थिति चिंताजनक है। शहरी क्षेत्र के 80.77 फीसद घरों को राज्य गठन के 17 साल बाद भी वाटर कनेक्शन मुहैया नहीं कराया जा सका है। इतना ही नहीं जलापूर्ति के राष्ट्रीय बेंचमार्क की बात करें तो प्रत्येक शहरी व्यक्तिको हर दिन 135 लीटर पानी मिलना चाहिए, लेकिन इसकी उपलब्धता महज 39 लीटर ही है।

जलापूर्ति के केंद्रीय मानकों के अनुरूप सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे लोगों को निरंतर पानी मिलना चाहिए, जबकि हर दिन औसतन 2.87 घंटे ही पानी मिल पा रहा है। घरों में वाटर मीटर की बात करें तो महज 1.88 फीसद घरों में ही इसका कनेक्शन है। नगर विकास एवं आवास विभाग की ओर से जारी हालिया रिपोर्ट से शहरों की इस स्थिति का खुलासा हुआ है।

विभाग ने इस स्थिति में निरंतर सुधार के लिए स्थानीय शहरी निकायवार सर्विस लेवल बेंचमार्क निर्धारित किया है।

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मानगो में सर्वाधिक 59 फीसद वाटर कनेक्शन :

स्थानीय शहरी निकायों की बात करें तो मानगो में सर्वाधिक 59 फीसद घरों में वाटर कनेक्शन लगे हैं। इस मामले में विश्रामपुर, साहिबगंज, मझिआंव तथा नगर ऊंटारी की स्थिति सबसे फिसड्डी है। नगर विकास एवं आवास विभाग की रिपोर्ट के अनुसार यहां एक भी घर में वाटर कनेक्शन नहीं है।

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उप राजधानी के निवासियों को मिल रहा सर्वाधिक पानी :

उप राजधानी दुमका के शहरवासियों को राज्य के अन्य स्थानीय शहरी निकायों की तुलना में सर्वाधिक पानी मिल रहा है। प्रति व्यक्ति प्रति दिन 135 लीटर की जगह यहां के लोगों को 120 लीटर पानी मिल रहा है। नगर ऊंटारी और मिहिजाम की स्थिति इस मामले में बिल्कुल ही फिसड्डी है।

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चाकुलियावासियों को हर दिन मिल रहा आठ घंटे पानी :

सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे पानी दिए जाने के बेंचमार्क के मद्देनजर चाकुलियावासियों को सबसे अधिक हर दिन आठ घंटे पानी मिल रहा है। साहिबगंज, नगरऊंटारी, मझिआंव और विश्रामपुर में यह स्थिति सबसे विकट है। यहां के घरों में कनेक्शन ही नहीं है।

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दुमका में 66 फीसद घरों में वाटर कनेक्शन :

दुमका शहरी क्षेत्र में 66 घरों में वाटर मीटर लगे हैं। इसकी तुलना में राजधानी रांची में महज 13 फीसद घरों में ही यह व्यवस्था है। अन्य 40 स्थानीय शहरी निकायों के एक घर में भी मीटर नहीं लगे हैं।

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सरकार की कोशिश :

चालू वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक नगर विकास एवं आवास विभाग की कोशिश राज्य के स्थानीय शहरी निकायों के 29.64 फीसद घरों तक वाटर कनेक्शन पहुंचाने की है। इसी तरह प्रति व्यक्ति प्रति दिन 39 लीटर पानी की उपलब्धता की जगह हर व्यक्ति को 58.64 लीटर पानी उपलब्ध कराने का लक्ष्य विभाग ने मार्च 2018 तक के लिए तय किया है। विभाग ने इसी प्रकार स्थानीय शहरी निकायों को निर्धारित अवधि में कम से कम 6.14 फीसद घरों में वाटर कनेक्शन लगाने का टास्क सौंपा है। साथ ही हर दिन 2.87 घंटे की जगह हर दिन 3.46 घंटे पानी उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

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