एनआइए ने लातेहार के ठेकेदार के घर से जब्त किए लेवी 2.70 करोड़ रुपये

माओवादियों के रीजनल कमांडर 15 लाख के इनामी रवींद्र गंझू तक पहुंचने थे रुपये

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Oct 2020 01:34 AM (IST) Updated:Mon, 12 Oct 2020 05:13 AM (IST)
एनआइए ने लातेहार के ठेकेदार के घर से जब्त किए लेवी 2.70 करोड़ रुपये
एनआइए ने लातेहार के ठेकेदार के घर से जब्त किए लेवी 2.70 करोड़ रुपये

राज्य ब्यूरो, रांची : लातेहार जिले के चंदवा में 22 नवंबर 2019 की रात नक्सलियों के हमले में एक एएसआइ सहित चार पुलिसकर्मियों के मारे जाने के मामले का अनुसंधान कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को चंदवा के ठेकेदार के यहां छापेमारी में 2.70 करोड़ रुपये नकद मिले हैं। बताया जा रहा है कि यह राशि भाकपा माओवादियों के रीजनल कमांडर और 15 लाख रुपये के इनामी रवींद्र गंझू तक पहुंचाने थे। लातेहार और लोहरदगा की सीमा पर स्थित लुकइवा गांव में रवींद्र गंझू के दस्ते ने ही पुलिस टीम पर हमला किया था, जिसमें एक एएसआइ समेत चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।

एनआइए सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लातेहार के चंदवा में जिस ठेकेदार के यहां छापेमारी की गई, वह भाकपा माओवादियों के रीजनल कमांडर रवींद्र गंझू के लिए काम करता है और उनके लिए कोयला कारोबारियों व ठेकेदारों से राशि वसूलकर माओवादियों तक पहुंचाता है। बरामद 2.70 करोड़ रुपये भी विकास कार्यो मेंलगे ठेकेदारों व कोयला कारोबारियों के पास से वसूले गए थे।

गौरतलब है कि लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र स्थित लोहरदगा-लातेहार सीमा पर लुकइया गांव के समीप 22 नवंबर 2019 की रात नक्सलियों के हमले में एएसआइ सुकरा उरांव व होमगार्ड के तीन जवान सिकंदर सिंह, जमुना प्रसाद व शंभू प्रसाद शहीद हो गए थे। तब इस मामले में पांच नक्सली गिरफ्तार किए गए थे, जिनके पास से 5 लाख रुपये नकद भी बरामद हुए थे। नक्सलियों ने बताया था कि ये लेवी के तौर पर वसूले गए रुपये हैं।

इस मामले का अनुसंधान लातेहार पुलिस कर रही थी, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने यह केस एनआइए को सौंप दिया था। एनआइए ने 24 जून 2020 को प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है। अनुसंधान के सिलसिले में ही एनआइए की टीम शनिवार को चंदवा गई और यहां ठेकदार संतोष सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की।

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