लालू प्रसाद यादव को चलने-फिरने में दिक्कत, तेजप्रताप के रुख से भी हैं परेशान

Lalu Prasad Yadav Sick. राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव बेहद तनाव के दौर से गुजर रहे हैं। इसका सीधा असर उनकी सेहत पर पड़ रहा है। चिकित्सकों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Tue, 20 Nov 2018 07:33 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 07:24 PM (IST)
लालू प्रसाद यादव को चलने-फिरने में दिक्कत, तेजप्रताप के रुख से भी हैं परेशान
लालू प्रसाद यादव को चलने-फिरने में दिक्कत, तेजप्रताप के रुख से भी हैं परेशान

रांची, जेएनएन। रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ्य में फिलहाल उतार-चढ़ाव का क्रम जारी है। लालू का इलाज कर रहे डॉ. उमेश प्रसाद ने बुधवार को बताया कि लालू के घाव में सूजन और दर्द की शिकायत कम हुई है। शुगर कंट्रोल में है, लेकिन अभी वह चलने-फिरने में असमर्थ हैं। ठेहुना के पीछे घाव होने से चलने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने कहा कि आगे डे टू डे डेवलपमेंट को देखते हुए लालू को इलाज के लिए किसी अन्य बड़े संस्थान में भी भेजने पर विचार किया जाएगा। जहां तक बाहर भेजने का मामला है, तो इसका निर्णय जेल और सिविल अथॉरिटी को करना है। हमारा काम बेहतर परामर्श देना है।

लालू को स्टेज थ्री किडनी की बीमारी
डॉ. उमेश प्रसाद ने बताया कि लालू को डायबिटीज और स्टेज थ्री किडनी की बीमारी है। एम्स ने भी अस्पताल में रखकर इलाज करने की बात कही है। किडनी की बीमारी में बीमारी पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकती, इसे दवाइयों से नियंत्रित किया जाता है।

लालू के खून में क्रिएटिनिन की मात्रा एक सप्ताह में 1.30 से बढ़कर 1.85 हो चुकी है। इससे किडनी और प्रोस्टेट में संक्रमण का खतरा है। साथ ही, साथ लालू प्रसाद के दिल (हृदय) का एक कृत्रिम वाल्व भी इससे प्रभावित हो सकता है। अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो उन्हें अन्यत्र अस्पताल में ले जाने की पहल की जाएगी। इसके लिए उच्च न्यायालय के अनुमति की आवश्यकता होगी।

इससे पूर्व भी लालू प्रसाद यादव को इलाज के लिए हाई कोर्ट ने प्रोविजनल बेल स्वीकृत किया था। उस दौरान लालू प्रसाद ने मुंबई जाकर उपचार कराया था। प्रोविजनल बेल समाप्त होने के बाद वे लगातार रिम्स में इलाजरत हैं। वे रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती हैं, जहां उनकी तीमारदारी और देखभाल उनके सर्वाधिक करीबियों में शुमार विधायक भोला प्रसाद यादव करते हैं। वे लगातार उनके साथ रहते हैं।

पारिवारिक विवाद से भी बढ़ी है परेशानी, तेजप्रताप के रुख से हैं परेशान
राजद प्रमुख लालू प्रसाद बेहद तनाव के दौर से गुजर रहे हैं। इसका सीधा असर उनकी सेहत पर पड़ रहा है। चिकित्सकों ने उन्हें इससे बचने और ज्यादा से ज्यादा आराम करने की सलाह दी है। इसकी सबसे बड़ी वजह परिवार से जुड़ी परेशानियां है। एक ओर विभिन्न सतर्कता एजेंसियों के निशाने पर उनका कुनबा है तो दूसरी तरफ ज्येष्ठ पुत्र तेजप्रताप की हरकतों से वे आहत हैं।

तेजप्रताप द्वारा पत्नी से तलाक लेने की अर्जी ने उन्हें हिलाकर रख दिया है। तेजप्रताप जब उन्हें इस बाबत जानकारी देने रांची आए थे तो उन्होंने कड़ी हिदायत भी दी थी। तेजप्रताप ने सार्वजनिक तौर पर इसका इजहार भी किया था कि लालू प्रसाद समेत उनका पूरा परिवार उनकी पत्नी के साथ खड़ा है। तेजप्रताप के अडियल रुख की वजह से लालू प्रसाद की दिनचर्या पर असर पड़ा है।

घुटने के नीचे का घाव नहीं भर रहा
लालू प्रसाद के लिए परेशानी का सबब एक घाव भी है। पैर के घुटने के नीचे का यह घाव ठीक होने का नाम नहीं ले रहा है। एक सप्ताह पूर्व डॉक्टरों ने घाव का मवाद निकाला था। डॉक्टरों ने संभावना जताई थी कि इससे घाव भर जाएगा लेकिन घाव की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया।  

लालू का शुगर लेवल 120 से बढ़कर 140 हुआ
लालू के डायबिटीज में बढ़ोतरी दर्ज हुई है। कल तक जहां लालू का डायबिटीज 120 था, वहीं बढ़कर 140 हो गया है। हालांकि, चिकित्सकों द्वारा निरंतर इंसुलिन दिया जा रहा है। लालू को तीन बार इंसुलिन का डोज दिया जा रहा है, ताकि लालू का डायबिटीज कंट्रोल रहे, इसके बावजूद लालू के डायबिटीज में बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। फिर भी चिकित्सकों ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है।

वहीं, लालू को खानपान को भी लेकर विशेष सलाह दी गई है। प्रोटीनयुक्त मांसाहारी भोजन खाने से परहेज करने को कहा गया है। डा. उमेश प्रसाद ने बताया कि लालू के दाएं पैर के पीछे घाव में सुधार देखने को मिला है। फिलहाल टोटल काउंट लालू का ज्यादा है, जिसे नियंत्रित करने के लिए एंटीबायोटिक दवा दी जा रही है। एक बार फिर गुरुवार को जांच के लिए लालू का ब्लड सैंपल लिया जाएगा, जिसमें लालू का सीरम क्रिएटिनीन, टोटल काउंट सहित अन्य जांच होगी।

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